प्रशासन व प्रबंधन की जुगलबंदी से पुनः छला गया किसान, मजदूर व महिलाओं का आन्दोलन
अनूपपुर
जिले के जैतहरी में स्थित मोजर बेयर पावर प्लांट जैतहरी प्रबंधन के लूट खसोट एवं शोषण के खिलाफ संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू के आह्वान पर दिनांक 16 अक्टूबर से बैराज पहुंच मार्ग महुदा एवं क्योंटार में शांतिपूर्वक तरीके से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवं आम सभा किया जा रहा था । शासन प्रशासन का सोई हुई संवेदना को जागने के लिए किसान मजदूर एवं महिलाएं 22 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन स्थल से 35-40 किलोमीटर पदयात्रा कर जिला मुख्यालय अनूपपुर में रात्रि विश्राम करते हुए दिनांक 23 अक्टूबर को कलेक्टर जिला अनूपपुर के द्वारा मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपकर 10 दिवस के अंदर श्रमिकों एवं किसानों के जायज एवं कानूनी मांगों को पूरा किए जाने का मांग किया गया था।
जिला प्रशासन की ओर से डीएसपी आर एन ठाकुर एवं जैतहरी थाना के थाना प्रभारी प्रकाश चन्द कोल पहुंचे और आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी के कार्यालय में प्रबंधन प्रशासन एवं सीटू के प्रतिनिधिमंडल का त्रिपक्षी वार्ता आयोजित कर मांगों का निराकरण करवाया जाएगा। उक्त अधिकारियों के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित कर दिया गया और आज सैकड़ो के तादाद में किसान ,मजदूर एवं महिलाएं अपनी जायज एवं कानूनी मांगों को लेकर भूखे प्यासे डटे रहे किंतु प्रशासन एवं प्रबंधन की सोई हुई संवेदना जागृत नहीं हुई और न ही चर्चा वार्ता के लिए प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया,जिससे क्षेत्र के किसान, मजदूर एवं महिलाओं में व्यापक आक्रोश देखने को मिल रहा है।
उक्त आशय की जानकारी संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू के महासचिव कामरेड सहसराम चौधरी ने देते हुए बताया कि आखिर प्रशासन इस शांतिपूर्ण जिला को अशांत एवं चतुर चालाक प्रबंधन को लूटने की खुली छूट क्यों दिया जा रहा है, यह कानून की धज्जियां उड़ानें की गुप्त समझौता तो नहीं है, जिसे जिला के मेहनतकश जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि इसका असर आने वाले दिनों में दिखाई देंगी,। अब आर या पार की संघर्ष की ओर आगे बढ़ता हुआ स्थिति साफ दिखाई दे रहा है।