सीइओ व लेखापाल के खिलाफ खुला मोर्चा जनपद अध्यक्ष व सदस्य, कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
*15 अक्टूबर से आमरण अनशन की दी चेतावनी*
अनूपपुर
जनपद पंचायत कोतमा में प्रभारी जपं सीइओ और प्रभारी लेखापाल के खिलाफ जपं अध्यक्ष और सदस्य लामबंद हो गए हैं, जहां सोमवार को कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ जिपं सीइओ के नाम ज्ञापन प्रेषित करते हुए आगामी 15 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दे डाली है। अधिकारियों को दिए गए ज्ञापन में जनप्रतिनिधियों ने उल्लेख किया है कि हम सभी जनपद अध्यक्ष और सदस्यगण वर्ष 2022-23 में निर्वाचित होकर आए हैं। लेकिन दो वर्ष से हम लोग अपने जनपद मद की राशियों विकास कार्य प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रभारी लेखापाल दोनों के तानाशाही से नहीं कर सके हैं। विकास कार्य अवरूद्ध है। प्रभारी अधिकारी एवं प्रभारी लेखापाल स्वयं को लाभ अर्जित करने भ्रष्टचार करने में माहिर है। वहीं मुख्य मांगों में जनपद समिति द्वारा दी गई 15 वित्त की 10 प्रतिशत राशि की 2022-23 एवं 2023-24 दो वर्ष की कैशबुक बिल, व्हाउचर एवं सभी अभिलेख जब्त कर जांच कराया जाए। 5वां राज्य वित्त आयोग की राशि से जप के बिना प्रस्ताव के ही नियम विरूद्ध कुर्सी, टेबिल, पंखा, कूलर, क्रय कर भ्रष्टचार किया गया है, सभी रिकार्ड जब्त कर जांच कराई जाए। वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में राज्य शासन द्वारा दी गई मद 5वां राज्य वित्त में कार्यालय द्वारा किए गए भुगतान बिल, कैश बुक जब्त कर जांच कराया जाए। विष्णु गुप्ता प्रभारी लेखापाल विगत कई वर्षों से वित्त का प्रभार कार्य देख रहे हैं, वर्ष 2015- 16 से 2022-23 तक की सभी अभिलेख जब्त कर जांच कराई जाए। प्रभारी लेखापाल और प्रभारी सीइओ को पद से मुक्त कर जांच कराया जाए शामिल है।