तेंदुआ के बाद अब बाघ ने किया चरवाहे पर हमला, मवेशियों के दौड़ाने पर भाग खड़ा हुआ
*नाला में जानवरो को पानी पिलाने गया था चरवाहा*
शहडोल
जिले में आसपास के क्षेत्र में जंगली जानवरों के हमले बढ़ते जा रहे हैं। तेंदूआ के हमले के बाद अब बाघ ने हमला कर एक अधेड़ को घायल कर दिया है। बीते कुछ दिनों में लगातार तेंदुआ के हमले से नौ लोग घायल हो चुके हैं, अब शनिवार की दोपहर अधेड़ पर बाघ ने हमला बोल दिया, जिससे वह पूरी तरीके से घायल हुआ है। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल शहडोल लाया गया।
घुनघुटी वन परिक्षेत्र के अझुर्ली के जंगल में बाघ ने एक चरवाहे पर हमला करते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जानकारी के अुनसार, रामकुमार यादव पिता ददना यादव 56 वर्ष निवासी अर्झुली दोपहर दो बजे मवेशियों को लेकर जंगल गया था, तभी नसेनिहा नाला के पास झाड़ियों के बीच घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर दिया। चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर मवेशियों ने भी दौड़ लगा दी, बाघ को लगा की मवेशी हमला करेंगे और वह चरवाहे को छोड़कर भाग गया। आसपास मवेशी चरा रहे अन्य चरवाहों ने घायल के परिजनों को जानकारी दी। परिजन घायल को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उसका उपचार जारी है।
रामकुमार यादव ने बताया कि उसे यह जानकारी नहीं थी कि जंगल में बाघ छुपा होगा। हर रोज की तरह वह की सुबह भी मवेशियों को लेकर नसेनिहा नाला पानी पिलाने गया था। इसी दौरान झाड़ियों के बीच से निकलकर बाघ ने हमला कर उसे घायल किया है। रेंजर अर्जुन सिंह बाजवा से इस संबंध में जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट लगातार बना रहता है। लोगों को समझाइए दी जाती है कि जंगल की ओर न जाएं। घायल की देखरेख के लिए वन विभाग की टीम लगी है।
कुछ दिनो में लगातार जंगली जानवरों के हमले से लोग घायल हो रहे हैं और वन विभाग चुप्पी साधे हुए हैं। जैतपुर गोहपारू एवं शहडोल वन परिक्षेत्र में बीते कुछ दिनों में तेंदुआ के हमले से अब तक नौ लोग घायल हो चुके हैं। लेकिन विभाग इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहा है, वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि तेंदुआ की निगरानी के लिए 60 अधिकारी कर्मचारी तैनात किए गए हैं।