जंगली जानवर के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में आने से किशोर की हुई मौत
*गोकुल अहिरवार के विरुद्ध पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला किया दर्ज*
शहडोल
जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गये करंट के तार के चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गयी। यह हादसा गोहपारू के उमरिया गांव में हुआ। पूर्व में भी इसी प्रकार जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गये करंट के तार की चपेट में आने से कई लोगो की जान जा चुकी है। लेकिन वन विभाग मामले से अनजान बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार गोहपारू थाना क्षेत्र के उमरिया गांव में जंगली जानवरों के शिकार के लिए जंगल में करंट लगाया गया था जिसकी चपेट में आने से 17 वर्षीय गुलाब रैदास की मौत हो गई है। वह शौच के लिए जंगल गया था तभी वह करंट दौड़ रहे तार की चपेट में आ गया। मृतक गुलाब के साथ एक और युवक के घटना के दौरान साथ में था, जैसे एक को करंट लगा तो दूसरे युवक ने चिल्लाना शुरू कर दिया। उसकी चिल्लाने की आवाज को सुनने के बाद आसपास के लोग वहां पहुंचे और किशोर को अस्पताल लेकर गये, जहां उपचार के दौरान किशोर की मौत हो गई। घटना के बाद मामले की जानकारी वन विभाग को भी दी गयी कि जंगली जानवरों को फसाने के लिए जंगल में करंट बिछाया गया था, जिसकी चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गयी है। हालांकि पुलिस ने मामले पर मर्ग कायम कर पड़ताल शुरू कर दी है।
विदित हो कि जिले के केशवाही, बुढार, गोहपारू, खनौंधी वन परिक्षेत्र में आए दिन जंगलों में करंट बिछा कर जंगली जानवरों के शिकार करने का मामला सामने आ रहा है। लेकिन वन विभाग इससे अनजान बना हुआ है। शिकारी आए दिन जंगलों में करंट बिछा रहे हैं, और जंगली जानवरों का शिकार कर रहे हैं। इसके साथ ही अनजाने में कुछ लोगो की मौत भी इसी करंट के लगने से हो चुकी है। लेकिन आज तक ऐसे शिकारियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की जा सकी है, न ही इनका पता लगाने की ज़हमत वन अमला उठाना चाहता है।
घटना के सम्बन्ध में थाना प्रभारी गोहपारू विनय सिंह गहरवार ने बताया कि मामले पर मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है। आरोपी गोकुल अहिरवार के विरुद्ध पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है, थाना प्रभारी का कहना है की आरोपी का घटना स्थल के समीप में ही खेत है, जहां धान की फसल लगी हुई है, और आसपास काफी जंगल है जहां उसने करंट फैलाया था। इससे ऐसा संदेह है कि उसने ही यह करंट वाला तार वहाँ बिछाया गया होगा।