प्रलेस द्वारा आयोजित, तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कविता रचना शिविर संपन्न
अनूपपुर
प्रगतिशील लेखक संघ अनूपपुर द्वारा आयोजित कविता रचना शिविर अमरकंटक में विगत दिवस संपन्न हुआ । इस शिविर में 31 व्यक्तियों ने भाग लिया । कविता की संरचना , (ख़ासकर प्रगतिशील रचना) विषयवस्तु, प्रभाव, गुण गाह्यता और उसके उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए भोपाल से भोपाल कुमार अंबुज, सुश्री आरती, अशोकनगर से हरिओम रजोरिया तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्रोफेसर बसंत त्रिपाठी उपस्थित थे । इन्होंने इस रचना शिविर में अपने सारगर्भित विचारों से कविता संरचना की बारीकियों की ओर इंगित करते हुए इसकी संरचना पर पूर्ण प्रकाश डाला । यह शिविर 21-22एवं 23 अक्टूबर को सतत चला जिसमें प्रतिभागियों ने कविता संबंधित विषयों पर न केवल उस जानकारी को प्राप्त किया जो प्रशिक्षकों ने उन्हें दी बल्कि अनबूझ प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करके इस संबंध में और भी ज्ञान अर्जित किया । इन कार्यक्रमों के दौरान जहां प्रतिभागियों ने अपनी कविताएँ सुनाई वहीं उनकी कविताओं पर विशेषज्ञों ने अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनकी रचनाओं की कमियों और सुंदर रचना के निर्माण की प्रक्रियाओं को समझाते हुए अच्छी रचनाओं की सराहना भी की । अंतिम दिवस उद्भट विद्वानों ने अपनी कविताएँ सुनाकर प्रतिभागियों को यह समझाया कि कविताएँ इस प्रकार होनी चाहिये कि जो विषयवस्तु को उभारते हुए सीधे पाठकों और श्रोताओं के मस्तिष्क पर असर करे और उस रचना के बारे में सोचने को मजबूर कर दे ।यह पूरा कार्यक्रम परिवार के सदस्यों के बीच चल रहे संवादों और वार्तालाप की तरह काफ़ी आत्मीय क्षणों के साथ ही अविस्मरणीय पल के रूप में यादगार बना जिसका श्रेय वहाँ उपस्थित विद्वानों सहित सभी प्रतिभागियों को जाता है जिन्होंने शालीन व सुचितापूर्ण वातावरण उत्पन्न किया । इस कार्यक्रम में चार प्रशिक्षक विद्वानों के अतिरिक्त, चार आयोजकों और 23 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ।भाग ले रहे प्रतिभागी अनूपपुर, मनेंद्रगढ़, कोतमा अमरकंटक, शहडोल,उमरिया, करकेली, सीधी, भिंड,सेंदुरी, अशोकनगर तथा कादिरगंज बिहार से आए थे । कार्यक्रम के समाप्ति के दौरान एक दूसरे से विदा ले रहे सभी साथी भावुक हो गए थे । इस तरह से एक सफल और शानदार राज्य स्तरीय कविता रचना शिविर का समापन हुआ।