बृजराज की मौत का मामला, अब निशाने पर जनप्रतिनिधि, गैस रिसाव, जनहित में खोला था मोर्चा
*आधारहीन मनघढ़ंत लगा रहे हैं आरोप, उल्टी व पेट दर्द के लिए हुआ था भर्ती*
शहडोल
जिले के बुढ़ार थानांतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओरियंट पेपर मिली की कास्टिक सोडा फ़ैक्ट्री के वास्ते ट्रक ट्रांसपोर्ट द्वार पर खड़े गोल्ड़न ट्रांसपोर्ट कंपनी के ट्रक चालक जो की उत्तरप्रदेश वैशाली जिले का मूल निवासी से मारपीट कर उसके वाहन का शीशा किसी अज्ञात बदमाशो ने तोडा, लेकिन किसी तरह से पुलिस कम्प्लेन या डायल हंड्रेड इत्यादि में शिकायत नहीं की गई नाही किसी मामले में नामजद किसी व्यक्ति का नाम सामने आया है, जनचर्चा में मारपीट की बात भी सामने आ रही है लेकिन मामले में पुख्ता सबूत किसी के पास नहीं है नाही किसी श्रमिक एवं ट्रक यूनियन के पास कोई वीडियो फुटेज या कॉल रिकॉर्डिंग नहीं है, लेकिन मामले में फ़ैक्ट्री साइड से खौफ एवं दबाव की राजनीति से प्रेशर पॉलिटिक्स डी कम्पनी खेल रही है।
एचजीआई कास्टिक सोडा फ़ैक्ट्री यूनिट की अनुबंधित एम्बुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार में 60 वर्षीय बृजराज सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उनके साथी ड्राइवरों ने भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई, अस्पताल में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार उल्टी दस्त की वजह से उन्हें भर्ती किया गया था, इलाज के दरमियान बृजराज सिंह की मौत हो गयी। राजनीति करने के महारत लोगो को बैठे बिठाय मृत इंसान का एक कन्धा मिल गया, जो यथास्थिति को झुठला नही सकता, बस दबाव की राजनीति में रोटी सेकने वाले लोगो ने गैस रिसाव मामले में जनता की आवाज़ उठाने का जिन्होंने भी काम किया उन सबको इस मामले में हत्यारा साबित करने में तुले है, वो भी बिना किसी ठोस सबूत के अब जब पुलिस एवं मीडिया की टीम ने पूरा एक दिन मामले में लगे आरोप के बारे में पड़ताल की तो आरोप ही मनघड़ंत निकले जो बदले की राजनीति में जनता की आवाज़ को दबाने के अलावा कुछ नहीं है।
*आधारहीन मनघढ़ंत आरोप*
दरअसल गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी के वाहन चालक बृजराज सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई है, जो बिहार के रहने वाले थे, वाहन लेकर सोडा फैक्ट्री पहुंचे थे, रात अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें उनके साथी ड्राइवरों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढार में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई, चंद दिनो पूर्व हुए सोडा फैक्ट्री गैस रिसाव मामले को प्रमुखता से उठाने वाले तथा गैस रिसाव पीड़ितो की मदद के सबसे पहले आगे आने वाले क्षेत्र के युवा नेता अभिषेक गुप्ता का नाम सोशल मीडिया में आधारहीन मनघढ़ंत उछाला जा रहा है, जोकि महज विरोधियों द्वारा राजनैतिक प्रतिस्पर्धा के चलते न सिर्फ यह पूरा षड्यंत्र रचा गया है, जबकि मामले किसी एंगल से एक स्वच्छ छवि को दागदार करने की पुख्ता सबूत नहीं है, हालांकि मामले में जाँच दो थानों की पुलिस के बीच है, मामले में परिवार की तरफ से भी कोई आरोप प्रत्यारोप की खबर नहीं है, उसके बावजूद आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, लेकिन इसी बीच प्रत्यक्षदर्शियों ने भी चुप्पी तोड़ते हुए मामले में लगे आरोप को ख़ारिज किया है।
*इनका कहना है*
हमे बॉडी तो देखने को तो नहीं मिली लेकिन डॉक्टर ने बताया है की मृतक बलराज सिंह के शरीर पर चोट जैसे निशान है मुझे तो ऐसा लगता है की हमारे ड्राइवर साथी से मारपीट हुई है, मामले निष्पक्ष जाँच कार्यवाही होनी चाहिए।
*तेजबली शर्मा, ड्राइवर महासंघ, शहडोल*
कल रात 12 - 01 बजे एक मरीज आया था उलटी एवं पेट दर्द की शिकायत थी, इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई, बाकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है l
डॉ. सौरभ सिंह परिहार, सामुदायिक स्वास्थ केंद्र, बुढ़ार
मामले में एक सीसीटीवी के बात सामने आरही है जाँच के बाद ही कुछ साफ़ हो पाएगा।
*वीरेंद्र बरकड़े, थाना प्रभारी, चचाई*
मामले में जीरो में कायमी करते हुए डायरी स्थानीय थाने को भेज दी जाएगी।
*संजय जायसवाल, थाना प्रभारी, बुढ़ार*