किसान हुए नाराज इस बार आर या पार की लड़ाई लड़ेंगे, भूपेश शर्मा

शहडोल

सोहागपुर एरिया रामपुर बटुरा जानकारी अनुसार लगातार रामपुर, बेलिया, खांडा, कोदैली कोदयली,अतरिया, बिछिया, बटुरा, खैरबना , के किसानों के साथ प्रबंधन प्रशासन एवं हमारे यहां कार्यरत कम्पनी मिलकर जोरदार शोषण कर रहे हैं अब किसान किसके पास जाकर अपनी समस्या कहे मात्र एक रास्ता बचा सत्य और अहिंसा का रास्ता जिसके कारण देश को आजादी मिली बाकी हथियार चूक भी सकता है  लेकिन सत्य और अहिंसा का जो मार्ग है वह कभी नहीं चूकता हर समय इसके बल पर देश और दुनिया में बड़े-बड़े जन आंदोलन की जीत हुई है अब सभी किसानों ने एक दूसरे से चर्चा करते हुए तैयारी कर रहे हैं आपस में बैठक हो रही है, अब जिन मुद्दों को किसान भूल गए थे उन मुद्दों को भी लेकर लड़ाई लड़ेंगे और लड़ेंगे तो जीतेंगे 

यह बात पर जोर देते हुए सरंपच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य सहित सभी प्रमुखों ने जोर देते हुए कहा कि अब धारा 9, 1 को लेकर 2016 अन्तिम नोटिफिकेशन को लेकर पृथक पृथक किसानों को रोज़गार दिया जाए, आश्रितों को रोजगार देकर कोई एहसान नहीं किया । बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलेगा वह तो हुआ लेकिन घर बार सब बिखर गया क्योंकि सरकारी नियमों को धज्जियां उड़ाते हुए किसी तरह से आधा अधूरा मुआवजा देकर रोजगार तो दे दिया लेकिन रहने को छाया नहीं पीने को पानी नहीं स्वास्थ्य के सुविधा नहीं शिक्षा के सुविधा नहीं यह रोजगार किस काम का परिवार से परिवार को दूर कर दिया गया और तो और हम कुछ कहते हैं और लिखते बोलते हैं तो कहते हैं कानून में नहीं है और एसईसीएल प्रबंधन हर दिन एक नया कागज जोड़ देता है और कहता है ऐसे तो करना ही पड़ेगा पुनर्वास पुनर्स्थापना बचे हुए जमीन और पेड़ पौधे के मुआवजा भी प्राप्त नहीं हुआ यहां तक की बीच में कोल इंडिया के निर्णायक मुखिया कमांडर साहब का आगमन सोहागपुर एरिया में हुआ बहुत निवेदन आवेदन के बाद उनसे मुलाकात हुई उन्होंने बहुत ध्यानपूर्वक हमारी बातों को सुना हमारे सामने ही सोहागपुर एरिया के मुखिया कृष्णा साहब सीएम साहब को निर्देश किया जल्द से समस्याओं का निदान करें। हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते के नारा के साथ जल्द ही अपनी आवाज को बुलंद करेंगे और पहले चरण में महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर गेट में तालाबंदी करेंगे क्योंकि हमारे महाप्रबंधक जी का भी नहीं सुना जाता है और तो और सबसे खतरनाक जो ऐसी एकल के काम को गति देने के लिए रातों दिन 24 घंटे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ढोलू जो की प्रबंधन प्रशासन और जतिन प्रतिनिधि तीनों के ऊपर है किसी का भी नहीं सुनता और उसे तरह से सुनने वाले भी नहीं है रामपुर के डी आर सी सी के समय जिनको अपने पैतृक संपत्ति पर रोजगार मिलेगा उन्हें दिया जाएगा जो वंचित हो जाएंगे उन्हें प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में भारती की जाएगी यह भी गाइडलाइन बना था 70% स्थानी किसानों के अस्तित्व को भारती की जाएगी 30% मैकेनिकल और ऐसे लोगों को बाहर से लिया जाएगा कंपनी के काम को किसान जब आने वाले समय बंद करेंगे वहीं उसका हिसाब भी लेंगे तब देखेंगे कितने प्रतिशत रामपुर से हैं और कितने हिमाचल राजस्थान उत्तर प्रदेश और बिहार या देश के अन्य राज्यों के लोग हैं कब तक सहेंगे अब बहुत हो गया नहीं सहा जा सकता चाहे धारा 91 हो या अंडरग्राउंड से बच्चों को खुली खदान परियोजना में लाने की बात हो पुनर्वास पुनर्स्थापना संपूर्ण बचा हुआ मुआवजा और स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की बात जब तक पूरी नहीं होगी तब तक के लिए आने वाले समय में किसानों के द्वारा संपूर्ण रामपुर बत्रा के खदान को बंद कर दिया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदारी प्रबंधन प्रशासन और हमारे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की होगी प्रेस के माध्यम से हम देश के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों से आग्रह कह रहे हैं हमारे इस समस्या के अपने लिखने के माध्यम से दिल्ली दूर नहीं यह कहते हुए इसे पहुंचाया जाए क्योंकि यह बात अगर सुहागपुर से बिलासपुर बिलासपुर से दिल्ली दिल्ली से धनबाद नहीं जाती है तो बेचारे किसान जो वास्तविक अन्य जाता है और लोकतंत्र में जनता को मलिक कहा गया मलिक के साथ कितना देर भी किस बात को लेकर मुकदमा दर्ज करा कर रिकवरी की वसूली होने की परंपरा भी हो चुकी है जिससे बचाने का कष्ट करें जबरा मारे रोवे न दे यह कहावत हम किसानों के साथ सिद्धार्थ हो रहा है अभी हम अपना संदेश प्रेस के माध्यम से प्रबंधन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को भेज रहे हैं और हमें मालूम भी है यह कड़ी बहुत मजबूत नहीं कहा जाता तो जीएम कार्यालय के तालाबंदी की ज्ञापन की तैयारी हो रही है प्रबंधन जब तक जवाब नहीं देगी काम नहीं करेगी तब तक अंदर रहेगी और तब जब तक किसानों को उनका अधिकार नहीं मिलेगा तब तक शांति में तरीके से सूचना देकर गेट के बाहर बैठेंगे जीत जाएंगे अपने अधिकार के नारे लगाएंगे अपनी बात कहेंगे लेकिन शांति में तरीके से करेंगे इस वादे के साथ अगर नहीं सुना जाएगा और प्रबंधन प्रशासन चाहेंगे कि जिससे पूरे देश में उद्योग और धंधों को आगे बढ़ाया जाता है उसके लिए इतना बड़ा विस्थापन की कार्यवाही की जाती है की जगह-जगह तक कोयला भेज कर उद्योग धंधों को आगे बढ़ाया जाए बेरोजगारी से निदान पाया जाए तो हम उसे भी अनिश्चितकालीन के लिए बंद करेंगे ।

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