JMS कंपनी का घेराव, बेरोजगार युवाओं के मांगो को लेकर युथ कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
*10 दिवस के अंदर ग्रामीणों की सभी समस्या का समाधान करनें का मिला आश्वासन*
अनूपपुर
कोतमा विधानसभा के ठोड़हा गांव मे संचालित JMS कंपनी का घेराव, भूस्वामी तथा स्थानीय बेरोजगार युवाओं के मांगो को लेकर निरंतर धरना जारी है।
मध्यप्रदेश राज्य मंत्री एवं कोतमा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दिलीप जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम ठोडहा में तीन दिन से ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर अनशन बैठे है ! उनके ग्राम ठोडहा में संचालित हो रही खदान जे एम एस प्राईवेट लिमिटेड कोयला कंपनी द्वारा ग्रामीणों की जो भूमि अधिग्रहण की गई है या प्रभावित भूमि को कंपनी नियमानुसार अधिग्रहण कर उचित मुआवजा और रोजगार ग्रामीणों को मुहैया कराया जाए ! लेकिन जे एम एस प्राईवेट लिमिटेड कोयला कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी इन गरीब आदिवासियों की भूमि मुआवजा रोजगार दिए बगैर ही सीधे सीधे हड़प कर लेना चाहती है ! जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा अनूपपुर कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में कोतमा एस डी एम तहसीलदार सहित जे एम एस प्राईवेट लिमिटेड कोयला कंपनी कार्यालय में की जा चुकी है ! फिर भी समस्त जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किये हुए है आखिर में मजबूर होकर ग्रामीण धरनें पर बैठ गए लेकिन कोई भी सत्ता धारी नेता ग्रामीणों की समस्या का समाधान करनें अब तक नही पहोचा सिर्फ एक नेता जो हमेशा दीन दुखियों की सहायता करनें में सबसे आगें रहता है युवक कांग्रेस जिला अध्यक्ष गुडडू चौहान अपनी टीम के साथ ग्रामीणों के समर्थन में आगें आकर शातिं पूर्ण धरना प्रदर्शन में शामिल हुए !
*युथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने सभाला मोर्चा*
जैसे ही ग्रामीणों के अनशन की जानकारी युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष गुडडू चौहान को हुई तो गुडडू चौहान अपनी टीम के साथ मौके पर ग्राम ठोडहा पहुंचे और ग्रामीणों का समर्थन करतें हुए बेबाकी से ग्रामीणों की आवाज को बुलंद करतें हुए उनकी बात जे एम एस प्राईवेट लिमिटेड कोयला कंपनी के अधिकारियों और मौके पर मौजूद रहें कोतमा एस डी ओ पी सुमित केरकेट्टा कोतमा तहसीलदार ईश्वर प्रधान कोतमा थाना प्रभारी सुन्द्रेश मरावी सबके सामनें जे एम एस प्राईवेट लिमिटेड कोयला कंपनी अधिकारी ने 10 दिवस के अंदर ग्रामीणों की सभी समस्या का समाधान करनें का आश्वासन दिया है अधिकारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अनशन समाप्त कर दिया।
*मंडल बूथ अध्यक्ष और कार्यकर्ता नदारद*
सवाल ये है कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी ने जब ग्रामीण क्षेत्रों में मंडल मंत्री महामंत्री बूथ अध्यक्षों का गठन किया है तो क्या ये मंडल बूथ अध्यक्ष कार्यकर्ता सिर्फ चुनाव के दौरान ही ग्रामीण जनता से वोट मांगने के लिए पदाधिकारी बनाया जाता है अगर तीन दिन से ग्रामीण अनशन पर बैठे है तो क्या इन मंडल बूथ अध्यक्षों का धर्म नही बनता कि अपनी पार्टी संगठन तक ग्रामीणों की समस्या पहोचाए या सिर्फ चुनाव में ही ग्रामीण जनता को बरगलाने के लिए ही घर से बाहर निकलते है अगर ऐसा नही है तो ये ग्रामीण नेता कार्यकर्ता ग्रामीणों की समस्या अपनी पार्टी संगठन एवं मंत्री विधायक सासंद सहित संबंधित अधिकारियों को अवगत कराना चाहिए।