हजारों बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़, कभी भी घट सकती है अप्रिय घटना
*नियमों को ताक में रख गोफ में हो रहा हैं कन्या शिक्षा परिसर का निर्माण*
अनूपपुर
मध्य प्रदेश शासन द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए सर्वप्रथम गुणवत्ता युक्त शिक्षा की कल्पना कर तहसील मुख्यालय कोतमा में कक्षा 6 से 12 तक के बच्चियों के लिए आवासीय विद्यालय खोलने का निर्णय लिया और विद्यालय न होने के कारण मॉडल स्कूल कोतमा में तत्काल प्रभाव से चालू कर दिया गया किंतु मॉडल स्कूल में पहले से ही 12वीं तक की विद्यालय संचालित है जिसके कारण इस विद्यालय में जगह का अभाव देखने को मिल रहा है।
*कन्या परिसर की नई बिल्डिंग हुई स्वीकृत*
मध्य प्रदेश शासन द्वारा कन्या परिषद कोतमा के लिए लगभग 22 करोड़ से ऊपर की लागत से बनने वाले भवन को स्वीकृति प्रदान की गई जिसमें जिला प्रशासन द्वारा भूमि आवंटित किया गया तथा पीडब्ल्यूडी के पीआईयू विभाग द्वारा द्वारा भूमि का सर्वेक्षण तथा गुणवत्ता परीक्षण कर भवन बनाने की स्वीकृति देने का प्रावधान होता है किंतु ठेकेदार के दबाव में केवल खाना पूर्ति कर भवन बनाने का निर्णय लिया गया।
*कोयला निकले गोफ में बन रहा भवन*
मध्य प्रदेश शासन द्वारा कन्या परिसर कोतमा को बनाने के लिए लगभग करोड़ रूपया स्वीकृत किया गया जिसमें हजारों बच्चे आवासीय विद्यालय के रूप में इस विद्यालय में अध्ययन एवं निवास करेंगे उनकी व्यवस्था के लिए शिक्षकों की कॉलोनी भी निर्मित की जाएगी किंतु जिस जगह पर यह विद्यालय बन रही है वह पहले से ही मीरा इंक लाइन खदान से कोयला निकाला जा चुका है। कोयला जमीन के नीचे से निकलने के बाद जमीन खोखली हो जाती है और कभी भी जमीन नीचे बैठने की संभावना बनी रहती है। पूर्व में भी कई जगह पर इस तरह की जमीन बैठने की घटना देखी जा चुकी है अगर भविष्य में कभी जमीन बैठती है तो उन हजार बच्चों के भविष्य का क्या होगा यह निश्चित रूप से यक्ष प्रश्न है।