गीतकार अनिल भारद्वाज को हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि से किया गया सम्मानित

गीतकार अनिल भारद्वाज को हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि से किया गया सम्मानित 

*हिंदी राष्ट्रभाषा पर आधारित, विश्व के प्रथम महाकाव्य, हिंदी के आंसू, के रचयिता हैं*


ग्वालियर

हिंदी सेवी साहित्यकार एवं उच्च न्यायालय ग्वालियर के वरिष्ठ अभिभाषक अनिल भारद्वाज को नेपाल के लुम्बिनी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक महत्व की गौरवशाली हिंदी दिवस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता कार्यक्रम में शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल के अध्यक्ष आनंदगिरि मायालु व सचिव चरना कौर द्वारा  हिंदी काव्य रत्न 2024 मानद उपाधि से सम्मानित किया गया l इस प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका, कनाडा, तथा तंजानियाँ आदि देशों के 6472 महिला व पुरुष साहित्यकारों ने सहभागिता की l जिनमें से अनिल भारद्वाज को उत्कृष्ट रचना के आधार पर चयन कर सम्मानित किया गया है।

गीतकार अनिल भारद्वाज वरिष्ठ हिंदी सेवी, एवं श्रेष्ठ साहित्यकार होकर  हिंदी राष्ट्रभाषा पर आधारित , विश्व के प्रथम महाकाव्य, हिंदी के आंसू , के रचयिता हैं। आपने विश्व के प्रथम हिंदी माता मंदिर की स्थापना युवा अभिभाषक मंच के माध्यम से ग्वालियर मध्य प्रदेश में कराई। संगीत एवं कला के क्षेत्र में अनिल भारद्वाज चित्रकार, बांसुरी वादक हैं तथा आप ने वायलिन में संगीत प्रभाकर की उपाधि प्राप्त की है तथा वर्तमान में उच्च न्यायालय ग्वालियर में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।

साहित्य के क्षेत्र में गीतकार अनिल भारद्वाज द्वारा सन् 1970 से निरंतर साहित्य सृजन करते हुए कई साहित्यिक कृतियां,साहित्य जगत को प्रदत्त की गईं, जिनमें गीत संग्रह" बीत गया मधुमास" (पुरस्कृत कृति ), "हिंदी के आंसू " ( हिंदी पर आधारित विश्व का प्रथम महाकाव्य),तथा" हिंदी माता चालीसा "(भक्ति काव्य), आदि प्रकाशित कृतियां उल्लेखनीय हैं।गीतकार अनिल भारद्वाज की रचनाएँ देश भर की विभिन्न पत्र, पत्रिकाओं, समाचार पत्रों एवं साझा संकलनों में निरंतर प्रकाशित हो रही हैं एवं रचनाओं का प्रसारण विभिन्न टी वी चैनलों द्वारा भी किया जाता रहा है l

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 इस अवसर पर आपकी आवाज के संपादक पंकज करन, उदित भास्कर के संपादक दिलीप पुरोहित,दबंग पब्लिक प्रवक्ता के संपादक आनंद शर्मा,जीरो माइल साप्ताहिक पोर्टल और खबरों में अपना शहर के संपादक आनंद पांडेय, कवि स्पर्श के संपादक श्रीराम राय,श्रम साधना के संपादक महेश तायल फौजी,बेजोड़ रत्न के संपादक कुलदीप अवस्थी, जीवन केसरी के संपादक एस के तिवारी,उच्च न्यायालय संघ ग्वालियर के अध्यक्ष पवन पाठक,अंतर्राष्ट्रीय अभिभाषक मंच के अध्यक्ष विजय सिंह चौहान,एवं हिंदीमाता काव्य धारा मंच भारत के पदाधिकारीगण उमाशंकर द्विवेदी,संजय निगम,अभिभाषक गण,बलदेव पाठक,सहित ग्वालियर की साहित्यक एवं सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ ही संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने गीतकार अनिल भारद्वाज को हार्दिक बधाई दी है।

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