नाबालिग बालक को बाल कल्याण समिति ने उसके परिवार को सौपा
अनूपपुर
चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 भोपाल से प्राप्त जानकारी अनुसार एक अज्ञात बालक जिसकी उम्र 09 वर्ष लगभग, माता / पिता तथा पता-अज्ञात को बस ड्राइवर बलवन सिंह, निवासी ग्राम-दोनिया थाना- अमरकंटक द्वारा अज्ञात बालक को अपनी देखरेख में रखकर 1098 में सूचना की गई। रात्रि ड्यूटी पर तैनात वन स्टॉप सेंटर सखी अनूपपुर में प्रभा केवट (केसवर्कर) द्वारा प्राप्त जानकारी पर तत्काल संज्ञान लेते हुये जिला बाल संरक्षण अधिकारी विनोद परस्ते को सूचना दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा थाना प्रभारी अमरकंटक से दूरभाष पर चर्चा कर उक्त बालक को अपनी अभिरक्षा में लेने हेतु कहा। थाना अमरकंटक में पदस्थ पुलिस अधिकारी अमलेश बघेल द्वारा ग्राम दोनिया जाकर बालक को सुरक्षित लाया गया और बाल कल्याण समिति अनूपपुर के समक्ष बालक को प्रस्तुत किया गया।
चूंकि बालक के संबंध में ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं होने से बालक के घर वालों का तत्काल पता लगाने में व्यावहारिक कठिनाइयां थी लेकिन बाल संरक्षण अधिकारी की तत्परता से बालक द्वारा प्राप्त अपुष्ट जानकारी के आधार पर पतासाजी की गई और विभाग की कुशलता से अंततः बालक के माता पिता का पता लगाया जा सका। इस सम्बध में जानकारी जुटाने तथा बालक के निवास आदि का पता लगवाने में ग्राम-पंचायत सकरा के सरपंच सन्तोष कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा।बालक का नाम अमित सिंह है और वह शहडोल जिले के ग्राम सोनहा सोहागपुर का निवासी पाया गया। बालक का पिता गोपाल सिंह ने बताया कि बालक मानसिक रूप से अविकसित है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी की तत्परता एवं बालकों के प्रति विशेष क्रियाशीलता की वजह से बालक अमित कुमार सिंह को परिवार में पुनर्वासित किया जा सका।