यातायात विभाग की मौन स्वीकृति से मोजर बेयर का ओवरलोडिंग सड़कों की उड़ा रहा धज्जियां
*नियमों की अनदेखी बढ़ रहे हादसे, प्रीति परमेश्वर गवां चुके अपनी जान*
अनूपपुर
दुनिया को रोशन करने वाला एम बी पावर प्लांट अपने जिले के कोतमा तहसील को ट्रांसपोर्टर की लापरवाही एवं यातायात विभाग की निष्क्रियता के चलते आए दिन बड़ी दुर्घटना होते देखे जाते हैं। मोजर बेयर कंपनी के वाहन यातायात विभाग की मोन स्वीकृति से ओवरलोडिंग कर रहे हैं, जिससे सड़कों पर जान जोखिम में पड़ रही है। यह मामला गंभीर है और इसमें तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है।
*प्रीति व परमेश्वर के मौत का कौन है जिम्मेदार*
एम बी पावर प्लांट से ओवरलोड ऐस भरे ट्रैकों की आवा जाही से आए दिन बड़ी दुर्घटना घटित होती रहती है साथ ही हाईवे में ऐस भरे ट्रक अनियंत्रित रूप से सड़कों पर खड़े रहने से बड़ी दुर्घटनाएं घट चुकी हैं इन सब घटनाओं के बाद भी यातायात पुलिस की मोन स्वीकृति से कंपनी के ट्रैकों में कोई न तो कार्यवाही की जाति और ना ही किसी प्रकार का दबाव बनाया जाता जबकि दुर्घटनाओं में कई जाने जा चुके हैं।
*निगवानी रोड पूरी तरह से खराब*
कोतमा से निगवानी पहुंच मार्ग कोतमा विधानसभा को जोड़ने वाले प्रमुख सड़कों में एक है जिसे एक वर्ष पूर्व ही प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनवाया गया था किंतु मोजरवेयर पावर प्लांट के ओवरलोडेड ट्रक 30 टन की क्षमता वाली प्रधानमंत्री सड़क को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है आए दिन रहगिरो को सड़क में बने गड्ढो में गिरकर हाथ पैर तोड़वाने पड़ रहे हैं। इस समस्या को लेकर नागरिकों में काफी आक्रोश दिखाई दे रहा है।
*ग्रामीणों की मंत्री जी कब लेंगे सुध*
कोतमा विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक एवं मध्य प्रदेश शासन में मंत्री दिलीप जायसवाल का निगवानी से लगे 35 ग्राम पंचायत का आवागमन इसी मार्ग से होता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मोजर बेयर के वाहन अक्सर ओवरलोडिंग करते हुए देखे जाते हैं, जिससे सड़कों पर जान जोखिम में पड़ रही है। उन्होंने मंत्री जी से यातायात विभाग के अधिकारियों को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
*ग्रामीणों में आक्रोश आंदोलन की दी चेतावनी*
कोतमा निगवानी रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीणों में भारी जन आक्रोश देखने को मिल रहा है नागरिकों ने बताया कि यदि बी पावर प्लांट का ओवरलोड बंद नहीं हुआ तो जल्द ही हम कलेक्ट्रेट का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे हमारे सुविधाओं के लिए बनाई गई प्रधानमंत्री सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है और आए दिन बड़ी दुर्घटनाएं देखने को मिल रही हैं यदि समय रहते प्रशासन नहीं जागा तो यह ग्रामीणों का गुस्सा जन आंदोलन का रूप ले लेगा।