छात्राओं ने सीखा मिट्टी-गोबर के गणेश प्रतिमा बनाना, अपने घरों में बनाकर करेंगे पूजा
*युवाओं की टोली की पहल, होगा पर्यावरण का संरक्षण*
उमरिया
गणेश उत्सव सात सितंबर से शुरू हो रहा है, जो 10 दिनों तक चलेगा। इसके लिए जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया ने जिला कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के मार्गदर्शन पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल बंनौदा में एक दिवसीय ग्रीन गणेश अभियान कार्यशाला का आयोजन किया। छात्राओं को बताया गया कि मिट्टी की गणेश प्रतिमा को ही स्थापित करना है। कारण साफ है कि पीओपी से बनी हुई प्रतिमाएं पानी में नहीं घूलती हैं और जहां इनका विसर्जन होता है।
वहां पर बहने वाला पानी या भरा हुआ पानी को दूषित कर देती हैं। इसके साथ ही मिट्टी से बनाई गई प्रतिमा को पूजा के लिए शुभ और पवित्र माना जाता है। युवाओं की टोली ने छात्राओं को गोबर और मिट्टी से गणेश जी प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण दिया। विद्यालय प्राचार्य मैथिलीशरण पांडेय ने कहा कि ग्रीन गणेश अभियान पर्यावरण संरक्षण की ओर अग्रेषित है और यह अभियान अति सराहनीय है। पर्यावरण संरक्षण में हम सभी को अपनी भूमिका अदा करना चाहिए। उन्होंने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि मिट्टी और गोबर से बने हुए श्री गणेश की प्रतिमा ही स्थापित करें। ना कि प्लास्टर ऑफ पेरिस के प्लास्टर ऑफ पेरिस से नदी तालाब प्रदूषित होते हैं।
पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि गोबर और मिट्टी से गणेश प्रतिमा कैसे बनाएं। सबसे पहले हमें प्रतिमा के हिसाब की मिट्टी कोई इकट्ठा करना होता है। इसके बाद इसे अच्छी तरह से साफ कर इसमें से कंकड़ निकाल कर अलग करना होता है। इसके बाद इस मिट्टी है। यदि थोड़ा सा गाय का गोबर हल्दी मिलकर गणेश प्रतिमा बनाई जाती है।छात्रों को अवगत कराया कि वह घर में मिट्टी से गणेश जी बनाने एवं उसे घर में ही गमलों में विसर्जित करने की पद्धति को अपनाएं। तेजाबी कलर एवं प्लास्टर ऑफ पेरिस से सबसे ज्यादा नुकसान जलीय जीवों को हो रहा है।प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्य मैथिलीशरण पांडेय,विद्यालय शिक्षक वीरेंद्र गर्ग,रामजी काछी, पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी,पर्यावरण मित्र खुशी सेन,प्रेरणा तिवारी,नैंसी सोनी विद्यालय विद्यार्थी दिशा सिंह,मिनी द्विवेदी, काजल द्विवेदी, दीसु द्विवेदी, निधि सिंह,मधु सिंह,आशी शर्मा,निशा सिंह,सागर चौधरी व सभी उपस्थित रहे।