पर्यटन के क्षेत्र में अमरकंटक की बनी नई पहचान, धार्मिक पुरातात्विक धरोहरों की बढ़ रही ख्याति

पर्यटन के क्षेत्र में अमरकंटक की बनी नई पहचान, धार्मिक पुरातात्विक धरोहरों की बढ़ रही ख्याति


अनूपपुर

विश्‍व पर्यटन दिवस प्रत्येक वर्ष 27 सितंबर को मनाया जाता है जिसकी शुरुआत 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्‍व पर्यटन संघ द्वारा हुई थी। इस दिवस का उद्देश्य विश्‍व में पर्यटन के महत्‍व को प्रसारित करना और इसके माध्यम से वैश्विक रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ावा देना हैं। पर्यटन और शांति को वर्ष 2024 की थीम के रूप में चुना गया है यह थीम इस बात पर प्रकाश डालती है कि अंतर्राष्ट्रीय सदभाव, सांस्कृतिक समझ और शांति को बढ़ावा देने में पर्यटन कितना महत्वपूर्ण हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश टूरिज्म और जिला प्रशासन अनूपपुर के द्वारा जिले के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर शासन की बहुआयामी योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कर पर्यटकों तक पहुंचाया जा रहा है जिससे जिले की पहचान और मुख्य पर्यटन स्थल अमरकंटक आने वाले पर्यटकों की संख्या में दिनों-दिन वृद्धि होती जा रही है। वर्ष 2022 में लगभग 32.80 लाख स्वदेशी और 18 विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ, वर्ष 2023 में बढकर लगभग 36.12 लाख स्वदेशी एवं 56 विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ था, वहीं वर्ष 2024 में सितंबर तक ही यह आंकड़ा पार कर लगभग 48 लाख पहुँच चुका है जिसमे 28 विदेशी सैलानी शामिल हैं। सतपुड़ा की गोद में बसे अमरकंटक में सैलानियों का रुझान देखते ही बन रहा है, जबकि अमरकंटक घूमने का सबसे बढ़िया समय अक्टूबर से फ़रवरी माना जाता रहा है। गौरतलब है कि कलेक्टर हर्षल पंचोली के मार्गदर्शन में जिले के सभी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों की सुगमता के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं और इसमें लगातार ध्यान दिया जा रहा है।

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