कोयलांचल क्षेत्र में व्याप्त जनहित के मुद्दों पर परिषद अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर सौंपा मांग पत्र

कोयलांचल क्षेत्र में व्याप्त जनहित के मुद्दों पर परिषद अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर सौंपा मांग पत्र 


अनूपपुर

विगत दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के अनूपपुर जिले के प्रवास के दौरान नगर परिषद डूमर कछार के अध्यक्ष एवं जिला योजना समिति के सदस्य डॉ. सुनील कुमार चौरसिया ने जिले के कोयलांचल क्षेत्र के जनहित से जुड़े समस्याओं को दूर किए जाने के सम्बंध में मंच पर मुख्यमंत्री जी से चर्चा करते हुए मांग पत्र सौंपकर क्षेत्र में जनहित से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराते हुए दूर किये जाने की मांग रखी। इन समस्याओं के दूर होने से कोयलांचल क्षेत्र और जिले वासियों को बहुत राहत मिलेगी। श्री चौरसिया ने मांग पत्र में इन तथ्यों का उल्लेख करते हुए जल्द से जल्द क्षेत्र हित में निर्णय लिए जाने का आग्रह किया है

*खाली मकानो को आबंटित किया जाए*

जिले के निकाय डूमरकछार,बनगंवा,डोला, बिजुरी,पसान, कोतमा एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्र कोलमाइन्स क्षेत्र के अंतगर्त आते हैं,इन क्षेत्रों में कोयले का उत्खनन विगत 60- 70 वर्षो से किया जा रहा है। पूर्व में एसईसीएल के द्वारा निर्मित मकान अब लगभग 70 से 80% मकान खाली पड़े हुए है,इन आवासों में रहने वाले लोग सेवानिवृत्त हो गए हैं और सेवानिवृत कर्मचारी मकान उपलब्ध ना होने की वजह से लगातार पलायन कर रहे हैं,आसपास के बसाहट खाली हो जाने से रोजगार /स्वरोजगार कर अपना जीवन यापन करने वाले व्यापारियों  के ऊपर भी आर्थिक संकट खड़ा होता जा रहा है,लगातार पलायन से छोटे-बड़े कारोबारी भी पलायन को मजबूर है,हजारो की संख्या में कालरी के श्रमिक जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं और साथ ही क्षेत्र में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे इन नागरिकों को मुख्यमंत्री आवास/ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कोलइंडिया/एसईसीएल उपक्रम के खाली पड़े मकानों को जरूरतमंदों को आवंटित कराये जाने का आपसे आग्रह है,ताकि बेघरों को घर मिल सके और सरकार की सम्पत्ति का सदुपयोग भी हो सके।

*खाली पड़ी जमीनों को सरकार ले वापस*

जिले के अधिकांश नगरीय निकाय जो कोयलांचल क्षेत्र में स्थिति है,लगभग 50 से 60 वर्ष पूर्व अधिग्रहित एवं लीज पर ली गयी हजारों एकड जमीन कोल इंडिया के लिए अभी और आने वाले भविष्य में भी अनुपयोगी है,परंतु यह जमीन नगर विकास,सार्वजनिक कार्यों बावत उपलब्ध नही हो पा रहा है,जमीन उपलब्ध ना हो पाने के कारण जिले की निकायों में विकास कार्य प्रभावित/अवरुद्ध हो रहा है,इन अनुपयोगी जमीनों को सरकार वापस लेकर कई प्रकार के विकास कार्यों के लिए आबंटित किए जाने के साथ ही आवासहीन एवं भूमि हीन हितग्राहियों को पट्टा प्रदाय किये जाने की ओर सकारात्मक पहल किया जाए।

*कोयला खदानों को पुनः प्रारंभ किया जाए*

अनूपपुर जिले में सोहागपुर,जमुना कोतमा एवं हसदेव क्षेत्र में ऐसी कई कोयला खदाने हैं जो 1960 से 2000 के दशक में प्रारंभ हुई थी परंतु सीमित साधनों एवं तकनीकी का विकास कम होने के कारण कोयले का उत्पादन/दोहन पूर्ण तरीके से नहीं हो और वे कोयला खदानें बंद हो गयी,उन सभी बन्द कोयला खदानों के कोयले की मात्रा का सर्वे करा कर पुनः कोयला खानों को प्रारंभ कराये जाने का आपसे आग्रह है, ताकि कोयलांचल क्षेत्र से हो रहे लगातार पलायन और बेरोजगारी से निजात मिल सके।

*कारखाने एवं उद्योग स्थापित किया जाए*

कोयलांचल क्षेत्र में पलायन और बेरोजगारी जोरों पर है,अतः कोयलांचल क्षेत्र में कोयले से आधारित कल कारखानें एवं उद्योग धंधे स्थापित किये जाए ताकि क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार मिल सके और लगातार हो रहे पलायन से भी राहत मिल सके।

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