रेडियोलॉजिस्ट नहीं, फिर भी अस्पताल में हो रही थी सोनोग्राफी, स्वास्थ्य विभाग ने मशीन की सील
*सोनोग्राफी मशीन को सील करते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी*
शहडोल
जिले में किस कदर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका ताजा नमूना मुख्यालय के सिंहपुर रोड पर संचालित देवांता अस्पताल में देखने को मिला। अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट नही होने के बाद भी यहां सोनोग्राफी मशीन का उपयोग किया जा रहा था। साथ ही इसका रजिस्ट्रेशन भी नही था। जानकारी लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर मशीन को सील कर दिया। लेकिन, नियमानुसार को जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले जिले में बिना अनुमति संचालित सोनोग्राफी सेंटर्स को सील कर मशीन भी जब्त कर ली गई थी। विदित हो कि पूर्व में भी उक्त अस्पताल में काफी लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं। मरीजों से जबरन रुपए ऐंठने का भी मामला सामने आया था। जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया था। अब एक बार फिर बिना रेडियोलॉजिस्ट के सोनोग्राफी मशीन का संचालन कर मरीजों की जान खतरे में डाली जा रहीं थी।
*शिकायत मिली तो पहुंच गई टीम*
बिना अनुमति के संचालित सोनोग्राफी मशीन को मुख्य चिकित्सा ओर स्वास्थ्य अधिकारी की एक टीम ने सील कर दिया। लेकिन जब्ती नहीं बनाई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार लाल ने बताया कि सूचना पर डॉक्टर आरके शुक्ला के साथ टीम मौके पर गई थीं, जहां नियम विरुद्ध तरीके से सोनोग्राफी मशीन मिली है। जिसे सील करने की कार्रवाई की गई है। सीएमओ से मशीन जब्त नहीं करने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे नियम के बारे में जानकारी ही नहीं है। जानकार बताते हैं कि इससे पहले जिले में नियम विरुद्ध तरीके से चल रही सोनोग्राफी मशीन को सील करने के बाद जब्त किया गया था। मशीन को जब्त जरूरी है, अगर अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया तो वह नियम के विरुद्ध है।