गुमशुदा चार बालिका को पुलिस ने उनके परिजनों से मिलाया परिवार के चेहरों में लौटी खुशी
*ऑपरेशन मुस्कान के तहत मिली सफलता*
अनूपपुर
ऑपरेशन मुस्कान के तहत जिले भर से गुमशुदा बालक, बालिकाओं सहित महिलाओं की दस्तयाबी कर उन्हे परिजनों से मिलाते हुए उनके चेहरे मुस्कान लाने के लिए पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। जिस क्रम में बीते 4 दिनों से लगातार 4 नाबालिग बालिकाओं की खोज कर उन्हे उनके परिजनों से मिलाते हुए उनके चेहरे में मुस्कान लाई गई। इसके पूर्व भी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवॉर द्वारा 1 जनवरी 2023 के पूर्व जिले से 19 बालक, 43 बालिका एवं 1 जनवरी 2023 से अब तक 37 बालक एवं 215 बालिकाओं की गुमशुदगी पर 40 बालक एवं 196 बालिकाओं कुल 236 बच्चों को दस्तयाब कर उनके परिजनों से मिलाया था।
जानकारी के अनुसार बिजुरी थाना क्षेत्र में 23 अगस्त की शाम लगभग 6 बजे 16 वर्षीय नाबालिग के गुमशुदगी की सूचना उसके परिजनों ने दर्ज कराई थी, जहां बिजुरी पुलिस ने 2 घंटे के अंदर उक्त नाबालिग बालिका की खोज करते हुए उसे उसके परिजनों से मिलाया, वहीं 4 जून को 15 वर्षीय नाबालिग द्वारा अपने माता-पिता को बिना बताये घर से चले जाने की सूचना पर कोतमा पुलिस द्वारा लगातार खोजबीन वा पतासाजी के बाद 24 अगस्त को मनेन्द्रगढ़ रेलवे स्टेशन के पास से उक्त नाबालिग बालिका को दस्याब किया गया। 23 अगस्त को ग्राम बम्हनी की 13 वर्षीय किशोरी घर से बिना बताये कहीं चली जाने की सूचना पर फुनगा पुलिस द्वारा लगातार पतातलाश करते हुए उसे 26 अगस्त को दस्तयाब कर उसके परिजनों से मिलाया।
*मॉ की डांट से नाराज किशोरी ने छोड़ा घर*
राजेन्द्रग्राम थाना क्षेत्र में निवास करने वाली शिवदेवी पति अनुज प्रसाद चंद्रवंशी ने अपनी 16 वर्षीय बेटी के गुमशुदगी की सूचना 22 अगस्त दर्ज कराई। जहां राजेन्द्रग्राम पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करते हुए नाबालिग की तलाश प्रारंभ की गई। जहां 24 अगस्त को परिजनों द्वारा अपने रिश्तेदारों में पतासाजी करते हुए उसकी खोजबीन की गई। जहां नाबालिग अपने अंकल के यहां सीधी पहुंच गई, जिसके बाद 25 अगस्त को वापस आने पर परिजनों द्वारा नाबालिग को साथ लेकर थाना पहुंच उसके मिल जाने की सूचना दी गई। वहीं थाना में नाबालिग से पूछताछ पर उसने बताया कि 22 अगस्त को मेरी मम्मी ने रात लगभग 10 बजे पढ़ाई लिखाई नहीं करने तथा दिन भर टीवी देखने रहने की बात को लेकर डांट लगा दी थी, जिससे नाराज होकर मै दो जोड़ी कपड़ा, 30 हजार नगद एवं अपने दस्तावेज रखते हुए सुबह लगभग 6 बजे वाली बस में बैठकर अनूपपुर चली गई, जहां अनूपपुर से ट्रेन में बैठकर शहडोल और शहडोल से बस में बैठकर अपने अंकल हरि कमल सिंह के यहां सीधी चली गई। उसने बताया कि मेरे अंकल जो कि सहकारी मर्यादित केन्द्र राजेंद्रग्राम में नौकरी करते है, जो मेरे मकान में किराए से रहते हैं तथा उनका घर सीधी में है। जिसके बाद अंकल ने मुझे 24 अगसत को अपने साथ रात्रि में 1 बजे वाली बस से वापस घर ले आये। जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल परिक्षण कराने के बाद उसे उसकी मॉ के सुपुर्द कर दिया है।