फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के आह्वान पर बाजार पूरी तरह रहा बन्द
*लॉक डाउन के बाद पहली बार जिला मुख्यालय में रहा ऐतिहासिक बंद*
अनूपपुर
लगभग 2 वर्षों से ज्यादा समय से फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर रेलवे के फाटक को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और वही निर्माण कार्य कछुए की गति से धीरे-धीरे प्रारंभ किया गया। बीच-बीच में कार्य पूरी तरह बंद हो जाता था। आम नागरिकों को छात्र-छात्राओं को एवं अन्य लोगों को रेलवे फाटक के दोनों तरफ आने-जाने में लगभग चार से पांच किलोमीटर की दूरी घूम कर तय करनी पड़ती थी। जिससे सभी को व्यापक परेशानी होती थी। यही नहीं पूरा बाजार भी चौपट सा हो गया था। लेकिन कोई देखने सुनने वाला नजर नहीं आया। कई बार मंत्रियों-अधिकारियों से निवेदन किया गया लेकिन फ्लाई ओवर निर्माण में तेजी आते नजर नहीं आई।जिससे अनूपपुर के नागरिकों ने एक सर्वदलीय मंच का निर्माण किया। जिसका नाम जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति दिया गया। इसमें संरक्षक मंडल सहित पदाधिकारियों का गठन किया गया। समिति के बनने के बाद एक ज्ञापन तहसीलदार को सौपा गया एवं गुरुवार 1 अगस्त को अनूपपुर बाजार बंद रखने का आवाहन किया गया। जिसका परिणाम यह हुआ कि कलेक्टर अनूपपुर द्वारा रेलवे, सेतु निगम एवं जिला ओवरब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के साथ एक संयुक्त बैठक कर शीघ्र कार्य करने के निर्देश दिए गए।
लेकिन जिला फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति ने अपने बंद के निर्णय को यथावत रखते हुए 1 अगस्त को बंद का पंपलेट जगह-जगह वितरित कराया। जिसका परिणाम हुआ कि सुबह सूर्य उदय के साथ ही शहर की एक-एक दुकान इस कदर बंद रही की लोगों को लॉकडाउन की याद ताजा हो गई। अनूपपुर ऐतिहासिक बंद का संदेश प्रशासन सहित प्रदेश की सुर्खियों में छाया रहा। रेलवे के आला अफसर भी ऐतिहासिक बंद की खबर से परेशान नजर आए। नगर का हर नागरिक एवं जिला मुख्यालय आने-जाने वाले लोगों को रेलवे फाटक बंद होने से एवं लंबी दूरी घूम कर एक तरफ से दूसरे तरफ जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसको देखते हुए व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकान सुबह से ही बंद रखी। यहां तक की ग्रामीण अंचल के लोग भी बाजार में नजर नहीं आए। क्योंकि इतना प्रचार-प्रसार कर दिया गया था। जिसका नतीजा यह रहा की अनूपपुर ऐतिहासिक बंद पूरी तरह से शत-प्रतिशत सफल रहा।
ज्ञातव्य हो कि अनूपपुर जिला मुख्यालय के साथ साथ रेल्वे का एक महत्वपूर्ण जक्शन है। जनता - जनार्दन के मांग के अनुरूप लंबे जद्दो जहद के बाद राज्य सरकार एवं केन्द्रीय रेल मंत्रालय द्वारा बी.के.61 में रोड ओव्हर ब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृति हुआ। विगत 02 वर्षों से ज्यादा समय निर्माण कार्य को प्रारंभ हुए हो चुका है। निर्माण कार्य का एक हिस्सा रेल विभाग (केन्द्रीय सरकार) एवं सड़क के हिस्से का निर्माण कार्य (म.प्र. राज्य सेतु निगम) के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन देखा गया कि निर्माण कार्य मंथर गति से चल रहा है। जिला एवं जक्शन मुख्यालय होने की बजह से भारी संख्या में नागरिको का आवागमन होता है। अनूपपुर जो मध्यप्रदेश राज्य के अंतिम छोर पर स्थित है यहाँ से पड़ोसी राज्य छ.ग. की सीमा प्रारंभ होती है।