अमरकंटक सुपर फास्ट ट्रेन का स्टॉपेज लेकिन अंबिकापुर-शहडोल का स्टॉपेज नही
अनूपपुर
छात्र-छात्राओं के लिए वरदान ट्रेन नंबर 18756/18755 अंबिकापुर-शहडोल एवं शहडोल- अंबिकापुर ट्रेन को पैसेंजर से एक्सप्रेस बना दिया गया और इस ट्रेन का स्टॉपेज अमलाई रेलवे स्टेशन पर पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया।जबकि इसी स्टेशन पर दुर्ग-भोपाल अमरकंटक सुपरफास्ट एक्सप्रेस का स्टॉपेज है एवं अन्य एक्सप्रेस ट्रेन भी यहां रूकती है।वही अंबिकापुर-शहडोल-अंबिकापुर एक्सप्रेस का स्टॉपेज बंद करना लोगों की समझ से परे हैं।
देखा गया कि यह ट्रेन दिल्ली अप डाउन करने वालों व्यापारियों छात्र-छात्राओं सभी के लिए वरदान थी। इस ट्रेन से काफी संख्या में लोग आना-जाना करते थे। रेलवे को यह ट्रेन अच्छा राजस्व भी देती थी लेकिन एकाएक रेलवे ने निर्णय लेते हुए ट्रेन का स्टॉपेज अमलाई रेलवे स्टेशन में पूरी तरह से समाप्त कर दिया। जिससे लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
लोगों का कहना है कि रेलवे दोहरी मानसिकता का कार्य कर रही है।एक और जहां सुपरफास्ट ट्रेन एवं अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों को स्टॉपेज दे रही है,वहीं दिन में चलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेन जो छात्र-छात्राओं के लिए खासकर वरदान थी इसका स्टॉपेज समाप्त करना पूरी तरह से अनुचित है।इस ट्रेन के लिए छात्र-छात्राओं को बुढार रेलवे स्टेशन जाकर ट्रेन को पकड़ना पड़ता है एवं वापसी में बुढार रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ता है या फिर अनूपपुर स्टेशन जाकर बस द्वारा चचाई,अमलाई की ओर जाना पड़ता है।जिससे काफी आर्थिक परेशानी का सामना छात्र-छात्राओं को करना पड़ता है। कई बार रेलवे के उच्च अधिकारियों का ध्यान इस और आकृष्ट किया गया लेकिन आज दिनांक तक इस ट्रेन का स्टॉपेज अमलाई रेलवे स्टेशन में नहीं दिया गया। ट्रेन में यात्रा करने वाले छात्र-छात्राओं ने बिलासपुर रेलवे महाप्रबंधक से अपेक्षा की है कि पूर्व की तरह इस ट्रेन का स्टॉपेज अमलाई स्टेशन पर घोषित करने की कृपा करें।जिससे छात्र-छात्राओं,डेली अप डाउन वाले,व्यापारियों सभी को ट्रेन का लाभ मिल सके।पूर्व में यह ट्रेन पैसेंजर के रूप में संचालित होती थी उसी तरह से फिर से चलाया जाए।जिससे सभी लाभांवित हो सके।अनूपपुर जिला आदिवासी जिला है गरीब वर्ग के तबके के लोग यहां रहते हैं।सबका साथ- सबका विकास की भावना लेकर ट्रेन को पैसेंजर के रूप में चलाते हुए अमलाई स्टेशन पर स्टॉपेज घोषित करें। जिससे सभी इसका लाभ ले सके।निश्चित ही रेलवे का राजस्व भी बढ़ने लगेगा।