अनुपमा सब की सहेली पुस्तक मानसून विशेषांक का प्रकाशन, कहानी आलेख, लघूकथा, संस्मरण व कविताएं
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक - अनुपमा ( सब की सहेली )
तृतीय अंक - मानसून विशेषांक
विषय - बारिश
समीक्षक - सुशी सक्सेना
अनुपमा एक ऐसी पत्रिका है जिसमें नये पुराने छोटे बड़े सभी तरह के कलाकारों को अपनी लेखनी चलाने का अवसर प्रदान किया जाता है और उन्हें सम्मान पत्र से सम्मानित किया जाता है। अनुपमा पत्रिका का तृतीय अंक जो कि मानसून विशेषांक विषय बारिश पर आधारित था। उसका सफल प्रकाशन किया गया। उसमें बहुत से देश विदेश के रचनाकारों ने अपनी रचनाएं प्रकाशित करवाई। और जैसा की तृतीय अंक के विषय मानसून विशेषांक का उद्देश्य था उसी के अनुरूप अपने सृजन के माध्यम से बारिश के मौसम में स्वास्थ्य, सौंदर्य और फैशन एवं योगा से संबंधित सलाह दी गई हैं। और अनुपमा के इस अंक में बरसात में संगीत का आनंद, और दिल को छू लेने वाली कहानी आलेख लघूकथा संस्मरण कविताएं आदि प्रकाशित हैं।
विभिन्न लेखकों द्वारा लिखित रचनाओं यह संग्रह, जो बारिश ऋतु के सौंदर्य और भावनाओं को दर्शाता है। अनुपमा के इस अंक में लेखकों ने बारिश की बूंदों, धरती की खुशबू, हरे-भरे पेड़ों और खिलते हुए फूलों का मनोरम चित्रण किया है। लेखकों ने अपनी बचपन की यादों को साझा किया है, कुछ लेखकों ने मानसून के कारण होने वाली बाढ़ और सूखे जैसी सामाजिक समस्याओं पर भी प्रकाश डाला है। कुछ रचनाएं प्रेम और रोमांस के भावों को व्यक्त करती हैं, जो बारिश के मौसम में अक्सर तीव्र हो जाते हैं। विभिन्न लेखकों का रोचक दृष्टिकोण और लेखन शैलियों का संग्रह इसे पढ़ने में दिलचस्प बनाता है। भाषा सरल और सहज है, जिससे इसे सभी उम्र के पाठक आसानी से समझ और पसंद कर सकते हैं। कुल मिलाकर अनुपमा सब की सहेली पत्रिका का मानसून विशेषांक बारिश ऋतु के प्रति प्रेम और प्रशंसा व्यक्त करने वाला एक सुंदर संग्रह है। यह उन लोगों के लिए एक मनोरंजक पुस्तक है जो बारिश के मौसम का आनंद विभिन्न लेखकों की रचनात्मकता को अनुभव करके लेना चाहते हैं।
इसके लिए सभी से अनुरोध है कि एक बार अनुपमा पत्रिका के इस अंक को अवश्य पढ़ें। इसकी शुरुआत करने वाली साहित्य के क्षेत्र की एक नवोदित लेखिका सुशी सक्सेना है। और इसके सहयोगी सलाहकार अनुपमा, डौली झा, प्रशान्त श्रीवास्तव और कनिका शर्मा जी हैं। जिनका सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाने में इनका अमूल्य सहयोग शामिल है। जिन्होंने इसे बेहद लोकप्रिय बनाने का संकल्प लिया है। पत्रिका के तृतीय अंक में सभी वर्ग के लोगों के लिए सभी तरह की आवश्यक जानकारी साहित्य के रूप में मिलेगी। साथ ही इसमें कहानी, गीत, कविता, कथा, लघुकथा, आत्मकथा, आलेख, संस्मरण, गृहसज्जा, फैशन, खान पान, रिश्ते, ब्यूटी टिप्स, हेल्थकेयर, बुक समीक्षा, यात्रा, करियर, पैरेन्टिंग, परवाह आदि सभी तरह की रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी। इसे यूनिक फील पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित किया गया है।
अनुपमा (सब की सहेली)