सशक्त हस्ताक्षर की कवि गोष्ठी, सम्मान समारोह व श्रद्धांजलि सभा संपन्न
जबलपुर
संस्कारधानी जबलपुर की संस्था सशक्त हस्ताक्षर की 26वीं कवि गोष्ठी दिनांक 20.07.2027 को श्री जानकीरमण महाविद्यालय में काव्य रस की वर्षा से सानंद सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने आगन्तुक अतिथियों का अपनी वाणी से श्रीवंदन किया।
मुख्यअतिथि प्रसिद्ध वरिष्ठ चित्रकार प्रमोद कुशवाहा,अध्यक्षता महामहोपाध्याय आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि समाजसेवक सुरेश चंद्र वर्मा, प्राचार्य अभिजात कृष्ण त्रिपाठी, कविवर सुशील श्रीवास्तव, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण मंचमणि एवं संस्था के सलाहकार कवि संगम त्रिपाठी की गरिमामय उपस्थिति रही। सरस्वती वंदना श्रेष्ठ कवयित्री तरूणा खरे ने की। इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा प्रमोद कुशवाहा चित्रकला क्षेत्र, सुरेश चंद्र वर्मा समाज सेवा क्षेत्र, सुशील श्रीवास्तव को साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु शाल, श्रीफल, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया।
गोष्ठी का शुभारंभ बहुत ही वरिष्ठ साहित्यकार केशरी प्रसाद पाण्डेय वृहद, मंचीय कवि विजय विश्वकर्मा, युवा कवि विवेक सैलार, संदीप खरे युवराज, ढीमर से पधारे बालमुकुंद लखेरा, दिनेश पटेल डिप्टी रेंजर, सुशील श्रीवास्तव, राजेन्द्र मिश्रा, महासचिव जी. एल. जैन, गायक प्रकाश सिंह ठाकुर, योगेन्द्र मालवीय ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ पढ़कर सभी का दिल जीत लिया। अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव, रामकुमार वर्मा, रुद्राक्ष उपाध्याय,अमर सिंह वर्मा, के. एल. कोटवार, सहसचिव तरूणा खरे, आशा मालवीय, आरती पटेल, डॉ. मुकुल तिवारी, निर्मला उत्तम श्रीवास्तव ने खूब तालिया बटोरी। अरुण शुक्ल, आर. सी. किशोर वर्मा, नलिन वर्मा, सत्यम् खरे, आकाशवाणी कलाकार लखन रजक, कालीदास ताम्रकार, युवाकवि अम्लान गुहा नियोगी ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ दी। नाट्य कलाकार, संयोजक, प्रशिक्षक दविंदर सिंह ग्रोवर, रविंदर सिंह, मुस्कान सोनी, रमाकांत गौतम, चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव की गरिमामय उपस्थिति रही। सुशील जैन, मनोज शुक्ल मनोज कछार गॉव से पधारे कवि श्रेष्ठ विजय बागरी जी की उपमा, अनुप्रास, मजबूत कला-भाव पक्ष युक्त रचनाओं को खूब सराहना मिली। संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन जी . एल. जैन ने किया। अंत में संस्कारधानी के संस्कृत के उद्भठ विद्वान, साहित्यकार स्व. कृष्णकांत चतुर्वेदी के कृतित्व - व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए शोक सभा श्रद्धांजलि अर्पित की।