फर्जी बिलो से ग्राम पंचायत का हो रहा है विकास, शिकायत के बाद न जांच न कार्यवाही
*बाजार बैठकी की मनमानी वसूली कर सरपंच व उप सरपंच कर लेते हैं बंदरबॉट*
शहड़ोल
जिले के सोहागपुर जनपद में अपने कार्यकाल से अधिक समय से पदस्थ सीईओ के सोहागपुर जनपद के पंचायतों की बात करें तो यहाँ भ्रष्टाचार की अलग गाथा है अलबत्ता सीईओ के कार्यकाल में ऐसे-ऐसे भ्रष्टाचार हो रहे हैं जिसमे भ्रस्टाचार तो हो जाता है पर उनमे जाँच और कार्यवाही की आँच कभी नही लगती । कई ऐसे पंचायत हैं जहाँ अधूरी जाँच और कार्यवाही मैडम की रहमोकरम पर हो रहे हैं। ऐसा ही मामला ग्राम हरदी 32 अन्तर्गत हैं जहाँ लम्बी शिकायत के बाद भी जाँच कार्यवाही का मुह निहार रही है।
अनुज सिंह ने कमिश्नर को शिकायत करते हुए लिखा है कि रामचरण साहू हरदी-32 में करीब 2 वर्ष से अतिरिक्त प्रभार में है मूल रूप से ग्राम पंचायत भानपुर में सचिव है। रामचरण साहू कभी भी मासिक बैठक मे पंचों को नहीं बुलाता पंचायत चुनाव के बाद से दो वर्ष होने को हैं सचिव द्वारा ग्राम पंचायत हरदी-32 का मासिक बैठक दो या तीन बार बुलाया गया है जो कि 02 मार्च 2024 को कलेक्टर के यहाँ शिकायत के बाद सचिव रामचरण साहू द्वारा बाजार हरदी-32 की बैठकी की मनमानी वसूली सरपंच एवं उप सरपंच एवं कुछ अन्य लोग मिलकर वसूली कर बंदरबॉट कर लेते है। ग्राम पंचायत के निर्माण कार्य की स्वीकृति भी सरपंच एवं सचिव अपने मर्जी मुताबिक कर लेते है किसी भी कार्य की स्वीकृति के लिये पंचायत की मासिक बैठक नही बुलाते और ना ही कोई जानकारी दिया जाता निर्माण कार्य में आवश्यक सामग्री कय हेतु भी पंचायत की बैठक की जरूरत नही है ऐसा जवाब सचिव एवं सरपंच द्वारा दिया जाता है।
बिना दुकान बिना मैटेरियल के लाखो का फर्जी बिल रामचरण द्वारा पंचायत में जो बिल लगाए गए हैं उसके न तो फर्म का पता है न ही फर्म का कोई रजिस्ट्रेशन और न ही फर्म द्वारा किसी प्रकार का जीएसटी भुगतान होता है फिर भी रामचरण में फर्जी बिल का खेल कर दिया। सचिव रामचरण साहू पंचायत की राशि को अपने पुत्र बृजेश साहू निवासी लगाकर पैसा सीधा खाते में ट्रांसफर करत है और आपस मे बांट लेते है। सचिव रामचरण, साहू ग्रम पंचायत भानपुर में भी अपने पुत्र बृजेश साहू के नाम का बिल लगाकर पंचायत की राशि को पूर्व में भी आहरित किया है। जिसके साक्ष्य मप्र शासन का पोर्टल पंचायत दर्पण है।
जनपद पंचायत में शिकायत करने पर खण्ड पंचायत अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकरी सभी सचिव का पक्ष लेते है। अनुज द्वारा पूर्व में जिला पंचायत शहडोल एवं कलेक्टर शहडोल को इनकी शिकायत दी थी जिसमें जॉच कमेटी बनाया गया था उस कमेटी द्वारा कोई जाँच नही किया गया फिर द्वितीय पत्र शिकायत पत्र कलेक्टर के यहाँ किया गया, जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल से कमेटी 25 अप्रैल 2024 को जाँच कमेटी गठित हुई थी 1 जिसमे नारेन्द्रसिंह परमार उपयंत्री जिला पंचायत शहडोल, बृजेन्द्र द्विवेदी उप यंत्री जिला पंचायत शहडोल, जिसका जॉच आज तक ना तो कोई अधिकारी आए और नही कोई जांच किये।