कर्मचारियों की कमी, हितग्राही परेशान, 34 कर्मियों के सहारे चल रहा है नगर परिषद
*18 सफाई कर्मियों के बदौलत, कैसे होगा स्वच्छ भारत मिशन का सपना पूरा*
अनूपपुर
नगर के विकास व सौंदर्याकरण का जिम्मा संभाल रही नगर परिषद डोला स्टाफ की कमी से जूझ रही है। नगर परिषद के गठन के बाद से ही डोला परिषद में कर्मचारियों की कमी थी जो आज भी बरकरार है। नगर परिषद डोला में सफाई मित्र, राजस्व अधिकारी व कर्मचारी ड्राईवर, डाटा ऑपरेटर,पदों में से कई पद खाली हैं। नगर परिषद डोला ने कई उतार चढ़ाव देखे और यहां कई अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपनी सेवाएं प्रदान की है। लेकिन मौजूदा समय में यहां पर कामचारियो की कमी को किसी भी अधिकारी द्वारा पूर्ति नही की गई। जबकि परिषद में मौजूदा समय में 34 पद ही भरे हुए है। साथ ही कई पद अभी भी खाली पड़े हुए है। डोला परिषद में करीब सात हजार की आबादी है। डोला शहर की दिनों दिन आबादी बढ़ती गई कोलांचल क्षेत्र होने के कारण अन्य राज्यों व जिला से आए लोगों की भी जनसंख्या यहां पर लगातार बढ़ती ही जा रही है। और यहां पर बाहर से आए लोगों ने भी शरण ली है, जिससे जनसंख्या में इजाफा हुआ है, वहीं नगर परिषद का कार्य भी बढ़ा है। चाहे बात सफाई की हो या फिर नगर परिषद में विकास कार्यों की व अन्य, परिषद के कार्यक्षेत्र में इजाफा हुआ है। ऐसे में परिषद के रिक्त चल रहे इन पदों से विकास कार्य प्रभावित होना स्वाभाविक ही है। शहर की आबादी बढ़ने के अनुरूप शहर में साफ सफाई व्यवस्था भी प्रभावित होती है, क्योंकि परिषद के पास सफाई कर्मचारियों का भी अभाव है।
*हितग्राही हों रहें निराश*
नगर परिषद डोला में अपने कई कार्यों को लेकर आने वाले हितग्राही जैसे समग्र आईडी, मृत्यु प्रमाण पत्र, विधवा पेंशन, राशन कार्ड व अन्य प्रकार की जानकारी के लिए आने वाले नगर परिषद के निवासी को डोला परिषद में अधिकारी व परिषद में कर्मचारी न होने की वजह से निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
*कैसे होगा स्वच्छ भारत मिशन का सपना पूरा*
नगर परिषद डोला अंतर्गत 15 वार्डों में सिर्फ 18 सफाई कर्मचारी हैं जिनमें से वार्ड में सफाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है वहीं कई वार्ड में पशु डेयरी होने की वजह से भी अच्छी खासी गंदगी बनी रहती है लेकिन जब वहीं पर परिषद के अधिकारियों से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा कई बार विभाग को कर्मचारियों के लिए पत्र लिखा गया है लेकिन उच्च अधिकारी द्वारा संज्ञान में नहीं लिया जा रहा है जैसे-तैसे हमारे द्वारा परिषद का कार्य व वार्डों में सफाई का कार्य किया जा रहा है।
इनका कहना है।
अध्यक्ष पद पर पदस्थ होने के बाद से ही परिषद् में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए उच्च अधिकारी को प्रत्राचार्य किया गया था, लेकीन कोई सुनवाई नहीं हुई है कर्मचारियों की कमी से परिषद में कई कार्य प्रभावित हो रहें।
*रीनू सुरेश कोल, अध्यक्ष नगर परिषद डोला*