24 दिनों से जिले में डेरा जमाए दो हाथी, फसलों व घरों को पहुँचा रहे हैं नुकसान
अनूपपुर
विगत 23 दिन पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में पांच हाथियों के समूह से बिछड़े दो प्रवासी हाथी निरंतर विचरण कर रहे हैं जो दिनों में जंगलों में ठहरने बाद शाम, रात होते ही अनूपपुर-जैतहरी वन परिक्षेत्रो,थाना क्षेत्रों के जंगलों से लगे ग्रामीण अंचलों में ग्रामीणों के खेतों,घरों एवं बाड़ी में लगे विभिन्न तरह के फसलों को अपना आहार बना रहे हैं जिसके कारण एक ओर हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण परेशान है वहीं जिला प्रशासन एवं वनविभाग के द्वारा अब तक अपनाए गए सभी तरह के प्रयोग असफल होने से कोई कारगर सफलता प्राप्त नहीं हो सकी है वही हाथियों का समूह वापस जाने का नाम ही नहीं ले रहा है जिन्हें वापस किए जाने का अब कोई उपाय तात्कालिक रूप में प्रशासन एवं वनविभाग के साथ ग्रामीणों को नहीं सूझ रहा है हाथियों के द्वारा किए जा रहे निरंतर नुकसान के कारण ग्रामीणों में भय तथा हाथियों के आतंक के साथ अब आक्रोश की स्थिति बनती जा रही है जो प्रशासन एवं वनविभाग के किसी भी बात को तब तक मानने को तैयार नहीं है जब तक हाथी जिला छोड़कर वापस नहीं चले जाते हैं। ग्रामों में विचरण करते हुए कुछ ग्रामीणों के घरों को ओर देर रात अचानक पहुचकर घर के अंदर रखे सामग्रियों को खाया है वही खेतों एवं वांडियों में लगी फसलों को भी खाकर फैलाकर नुकसान पहुंचाया है। यह दोनों हाथी वन परिक्षेत्र अनूपपुर के अगरियानार बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक आर,एफ, 371 जो ग्राम पंचायत लखनपुर के अंतर्गत लखनपुर खोलैया मार्ग के मध्य बांस एवं मिश्रित प्लांटेशन है में ठहरकर दिन में विश्राम कर रहे हैं। ग्रामीण हाथियों के अचानक आ ना जाए इस डर से रात-रात भर जागरण करने को मजबूर हो रहे हैं, जिला प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच,पटवारी एवं वनरक्षक द्वारा एक दिन हाथियों द्वारा किए जा रहे नुकसान का सर्वेक्षण पर राहत राशि हेतु प्रकरण तैयार किया जा रहा है।