इलेक्ट्रानिक व्यवसायी से व्यापार बढ़ाने के नाम पर 1 करोड़ 10 लाख की धोखाधड़ी

इलेक्ट्रानिक व्यवसायी से व्यापार बढ़ाने के नाम पर 1 करोड़ 10 लाख की धोखाधड़ी

*फर्जी सप्लाई ऑर्डर बनाकर लगाया चूना, मामला हुआ दर्ज*


शहड़ोल

जिले के बुढ़ार में इलेक्ट्रानिक सामानों के व्यवसायी के साथ उसके साथियों ने एक करोड़ 10 लाख रुपये की ठगी की है। बुढ़ार पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध धारा 420, 409, 120 (बी) ताहि के तहत प्रकरण दर्ज भी दर्ज कर लिया है।

कालेज कालोनी में रहने वाले पीडि़त व्यवसायी नीलेश जैन ने पुलिस को बताया कि अच्युतानंद उर्फ पंकज पाण्डेय, मृत्युंजय उर्फ विकाश पाण्डेय दोनों निवासी घरौला मोहल्ला शहडोल और वारा प्रसाद दीक्षित निवासी नई दिल्ली एवं अन्य ने छल कपट कर एक करोड़ 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की हैं।पीडि़त ने बताया कि मई 2022 में अच्युतानन्द पाण्डेय उर्फ पंकज अपने भाई मृत्युन्जय पाण्डेय उर्फ विकाश पाण्डेय बुढार स्थित मेरे आफिस आकर कहा कि अपना बिजनेस बढ़ाते क्यों नहीं, इस समय शासकीय कार्यालयों में फोटोकापी मशीन, सीसी कैमरा एवं एयर क्यूरीफायर आदि सामग्री की सप्लाई करना अच्छा रहेगा। पीडि़त बोला-मैं अच्युतानंद पाण्डेय को पूर्व से जानता पहचानता था और विश्वास करता था, इसलिए अपने व्यवसाय को बढाने में सहमत हो गया। इस तरह दोनों भाई बतौर एजेंट मेरे साथ कार्य करने पर सहमत हो गए। आदि इन्टर प्राइजेज के लिये कार्य करने लगे। दोनों भाई सर्वप्रथम मेडिकल कालेज शहडोल से दो आर्डर लेकर आए, जिसका बिल रुपये एक लाख 13 हजार था। यह रकम 30 दिन बाद प्राप्त हो गई, जिससे उन पर मेरा विश्‍वास पक्का हो गया।

केन्द्रीय विद्यालय शहडोल में सीसीटीवी कैमरा तथा कम्प्यूटर रिपेरिंग कार्य बताया। तब मैंने अच्युतानंद पाण्डेय और मृत्युंजय पाण्डेय के साथ इंजीनियर संजय बुनकर को भेजा और कार्य कराया। अच्युतानंद पाण्डेय प्राचार्य केन्द्रीय विद्यालय का लैपटाप भी लेकर आया जिसे रिपेरिंग कार्य कराया। सभी कार्यों का बिल रुपये 3 लाख 25 हजार हुआ। यह बिल की जीएसटी राशि 58,547 रुपये जमा कराई। उक्त बिल आदि इन्टर प्राइजेज फर्म से मेरे द्वारा जारी किया गया इन कार्यों में लगी सामग्री का पैसा पाण्डेय बंधुओं ने ले लिया था, किंतु बिल का भुगतान मुझे प्राप्त नहीं हुआ। अच्युतानंद पाण्डेय के साथ इंजीनियर संजय बुनकर को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर एवं ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट भेजा। वहां पर अच्युतानंद पाण्डेय द्वारा आदि इन्टर प्राइजेज का कोटेशन जमा किया गया। पाण्डेय बंधुओं ने कहा कि इस कार्य के लिये सामग्री तथा इंजीनियर अधिकृत कंपनी द्वारा ही भेजा जाएगा।आपको अग्रिम राशि देनी होगी। 

 21 जून 2022 से 28 अगस्त 2022 तक राशि 8,73,500 रुपये टोनर सप्लाई के लिये आनंद सेल्स कार्पोरेशन के खाते में जमा कराए। बाद सप्लाई मृत्युंजय पाण्डेय ने आदी इंटरप्राइजेज बुढार का बिल राशि 31,89,540रुपये का तथा हमारी दूसरी फर्म टेक्नो स्पेयर्स का रिपेरिंग के बिल राशि 7,71,956 रुपये का भुगतान प्राप्त करने के लिये लिया। 10 अगस्त 2022 दर्शना शर्मा ने सनराइजर सेल्स के वाट्सएप ग्रुप में पूसा आईएआरआई का जेम होटल में दो आर्डर तथा 12 अगस्त 2022 को तीन आर्डर तथा 1 आर्डर 18 अगस्त 2022 जिसकी कुल राशि 19,00,000 भेजा। आर्डर के तहत एयर ओके सीईओ वारा प्रसाद दीक्षित ने 18 अक्टूबर 2022 मुझे मेल किया कि ये आर्डर आपको प्राप्त हुआ है, इन्हे जल्द से जल्द सप्लाई करें। फिर मैंने एयर ओके कंपनी को राशि 16,55,000 पेमेंट किया। ये सभी व्यक्तियों ने मिलकर कंपनी के नाम पर फर्जी सप्लाई आर्डर बनाकर जेम पोर्टल का फर्जी आर्डर बनाकर सील तथा साइन इत्यादि बनाकर जिससे सब असली लगे तथा मुझसे राशि प्राप्त कर मुझसे बिल प्राप्त करते रहे। मेरी गबन की गयी रकम लौटाने के लिये जनवरी में मेरी बुढार स्थित आफिस आकर 15 फरवरी 2023 के 25 - 25 लाख के दो चेक एवं 15 अप्रैल 2023 के 1 चेक 25 लाख का तथा 1 चेक 35 लाख का दिए किंतु सभी चेक बाउंस हो गये हैं। इस तरह धोखा देकर रकम हड़प लिए हैं। बुढ़ार थाना प्रभारी संजय जाससवाल ने बताया कि शिकायत हुई और मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

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