दो हाथियों का समूह जिले की सीमा में किया प्रवेश, वन विभाग अलर्ट, की जा रही है निगरानी
अनूपपुर
विगत एक माह से दो हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य के वन परिक्षेत्र मरवाही अंतर्गत घुसरिया बीट में निरंतर विचरण कर रहा था जिससे परेशान ग्रामीणों द्वारा रात में परेशान होकर दोनों हाथियों को अपने स्थान से भगाने का प्रयास किए जाने पर दोनों हाथी मरवाही वन परिक्षेत्र के सिवनी बीट अंतर्गत डडिया-घिनौची के जंगल कक्ष क्रमांक पी,एफ,2049 में शनिवार के पहुंचकर दिन मे विश्राम कर रहे हैं यह स्थान मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील एवं वन परिक्षेत्र के चोलना गांव एवं बीट से दो से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है शनिवार की देर शाम दोनों हाथियों का समूह अनूपपुर जिले के जैतहरी वन परिक्षेत्र एवं तहसील के चोलना गांव या कोतमा तहसील एवं वन परिक्षेत्र के पोडी-चोडी या पड़ौंर गांव एवं बीट में प्रवेश करने की संभावना बन रही है जिसे देखते हुए जैतहरी एवं कोतमा के वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी पूरी तरह सतर्क हो कर हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी रखे हुए हाथियों के पूर्व विचरण रास्ते के गांव,टोला,मोहल्ला के ग्रामीणों को रात्रि समय सतर्क रहने हेतु मुनादी एवं अन्य माध्यमो से सूचना दी जा रही है।
दो हाथियों का समूह शनिवार को पूरे दिन छत्तीसगढ़ राज्य के वन परिक्षेत्र मरवाही के शिवनी बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक 2049 में पूरा दिन व्यतीत करने बाद देर रात मालाडांड से गूजरनाला पार करते हुए मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत जैतहरी तहसील एवं वन परिक्षेत्र के ग्राम चोलना ने प्रवेश कर गया है।
ज्ञातव्य है कि यह दोनों हाथी जिसमें एक एक दांत एवं एक दो दांत वाले हाथी विगत वर्षों पूर्व आए पांच हाथियों के समूह के ही सदस्य हैं जो एक वर्ष पूर्व चार जुलाई की सुबह छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र के घुसरिया, शिवनी बीट से विचरण करते मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील एवं वन परिषद के जो ना बीट के चलना तथा बच्चा टोला में आकर विश्राम किया रहे इसके बाद निरंतर कई माह तक अनूपपुर जिले के आने को वन पर क्षेत्र में विचरण करते हुए अलग-अलग की संख्या में बट कर आवा कवन करते रहे हैं के इन दोनों सदस्य प्रत्येक स्थलों से भली भांति परिचित है।