विद्यालय के सामने बिक रहा अवैध शराब, नशे के चपेट में नाबालिक, अपनी पीठ थपथपा रही आबकारी
*आबकारी विभाग कर रही है दिखावे की कार्यवाही, शराब ठेकेदार की बल्ले-बल्ले*
अनूपपुर
जिले में इन दिनों अवैध शराब का कारोबार जगह जगह फैला हुआ है गांव कस्बों ठेला, खोंचा, दुकान, ढाबा इत्यादि छोटे-छोटे ठीहों में अवैध शराब परोशी जा रही है आबकारी विभाग महज थोड़ी बहुत कार्यवाही करके अपना पीठ थपथपा रही और फोटो इस कदर खिंचवा करके जनसंपर्क के माध्यम से अखबार में छपवाने हेतु भेजते हैं जैसे इन्होने पूरा जखीरा जप्त कर जग जीत लिया हो।
*विद्यालय के सामने बिक रहा अवैध*
अनूपपुर पिपरिया कासा मुख्य मार्ग में पिपरिया बगीचा के पास हायर सेकंडरी विद्यालय है जिसके 100 मीटर परिधि के अंदर ही सुखलाल की दुकान है जहां दुकान के अंदर ठेकेदार अनूपपुर शराब माफिया के संरक्षण में लाखों रुपए का अंडरग्राउंड शराब व बीयर रखा जाता है और विद्यालय के नाबालिक छात्रों सहित आसपास के लोगों को अवैध शराब पिलाकर लूटने का कारोबार किया जा रहा है। यह दुकानदार लगभग 2 वर्ष से शराब विद्यालय के सामने बेच रहा है इसके लत में छात्र बर्बाद हो रहे हैं आए दिन यह सुनने को मिलता है कि उस व्यक्ति का पुत्र बीयर व शराब के नशे में आम के पेड़ के नीचे पड़ा था इस तरह न जाने रोज घटनाएं घटित हो रही है पर इन दुकानदारों को क्या और अनूपपुर शराब माफिया ठेकेदार को भी क्या प्रभाव पड़ता है उसका अवैध शराब तो खप ही रहा है। अवैध शराब को रोकना पुलिस और आबकारी विभाग का तो काम ही है पर सबसे बड़ा मामला यह है कि विद्यालय के नाबालिक छात्र भी इस लत के बशीभूत होते जा रहे हैं जिससे आने वाली भविष्य की पीढ़ी का जीवन यापन खतरे में पढ़ता जा रहा है अभिभावक जानकर भी कुछ कहने से डरते हैं की कहीं गलती उनके बच्चों की ही तो नहीं जिस पर कार्यवाही ना होना क्षेत्र में अराजकता उत्पन्न कर सकती है।
*आबकारी ने किया था दिखावे की कार्यवाही
जिला आबकारी अधिकारी को प्राप्त सूचना के आधार पर थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पिपरिया में सुखलाल पटेल के मकान एवं दुकान की सघन तलाशी लेकर आरोपी के कब्जे से 9 बोतल बीयर एवं 11 पाव केन बीयर बरामद की गई थी और बाकी जो अंडरग्राउंड शराब होती है उसकी धर पकड़ आबकारी विभाग द्वारा नहीं की गई थी या यह हो सकता है कि जमीन के अंदर जुगाड़ वाला रखा गया शराब आबकारी विभाग के पहुंच से दूर रहा जिसे पकड़ने में आबकारी विभाग नाकामयाब रही अब आबकारी विभाग को बारीकी से संज्ञान लेकर जमीन की सतह को भी तलाशने की आवश्यकता है ताकि फ्रीजर में रखे बियर के साथ अवैध शराब का जखीरा भी जप्त किया जा सके। बड़ा संशय का विषय यह भी उत्पन्न हो जाता है कि क्या आबकारी विभाग को उस अंडरग्राउंड रखे जखीरा के बारे में जानकारी नहीं थी या यूं कहें की शराब माफिया अनूपपुर के ठेकेदार के साथ कहीं सांठ गांठ तो नहीं इस कारण भी उसके पैकारी दुकानदार को बक्सा गया। जिले भर में आबकारी विभाग मात्र दिखावे का कार्यवाही करके अपना कोरम पूर्ति करती है।