ठेंगरहा के जंगल में ठहरे दो हाथी, वनविभाग कर रहा निगरानी, ग्रामीण परेशान, नहीं निकल रहा कोई उपाय
अनूपपुर
जिले में आज सातवें दिन दो नर हाथियों का समूह अनूपपुर एवं जैतहरी वन परिक्षेत्र एवं तहसील तथा थाना क्षेत्र के जंगलों में दिन में विश्राम करने बाद शाम होते ही जंगल से निकलकर आसपास के ग्रामीणो के खेतों घरों में रखे अनाज,सब्जियां एवं फलो को अपना आहार बनाते हुए पूरी रात विचरण करने बाद सुबह होने पर फिर से जंगल के बीच जाकर ठहर जाते हैं विगत 7 दिनों से निरंतर दो नर हाथियों के विचरण करने एवं नुकसान करने से ग्रामीण परेशान है वहीं जिला प्रशासन एवं वन विभाग के द्वारा अब तक हाथियों को जिले से बाहर करने का कोई उपाय नहीं कर पा रहे हैं जिस दिन पर दिन आक्रोश की स्थिति ग्रामीणों में बढती जा रही है हाथियों को अपने घर,बांड़ी,खेत में प्रवेश न करें इस हेतु ग्रामीण विभिन्न तरह के साधन एवं अत्यंत खतरनाक कदम उठाने को बाध्य हो रहे हैं वहीं वन विभाग ग्रामीणों को हाथियों के समूह के नजदीक न जाने,ऐसा कोई कार्य या विद्युत लाइन, महुआ, शराब न रखने,खेतों में करेंट नहीं फैलाने, हाथियों पर पत्थर एवं अन्य से हमला न करने जैसे अनेकों सुझाव दे रही है जिला प्रशासन एवं वन विभाग के द्वारा हाथियों की निगरानी के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए वनविभाग के साथ राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग के संयुक्त रूप से रात में निगरानी की जा रही है शनिवार को ग्राम पगना के ग्रामीणों के बीच वन विभाग ने बैठक कर ग्रामीणों को समझाइस दी है।
दोनों हाथियों का समूह बांका के जंगल में पूरे दिन बीतने बाद देर शाम जंगल से निकाल कर बांका गांव से ठेंगरहा गांव ठेगरहा जंगल होते हुए गोबरी में ठाकुरबाबा से जैतहरी -राजेन्दगाम मुख्य मार्ग को पार करते हुए झाईताल-खोलाड़ी गांव के सीमा पर पहुंचकर के वापस गोबरी गांव में पंचायत भवन के पास एक किसान के खेत में लगी विभिन्न तरह की सब्जियों को अपना आहार बनाते हुए एक बार फिर से पंचायत भवन गोबरी के पास से मुख्य मार्ग को पार कर गौरेला पंचायत के बधियाटोला,चुक्तीपानी केकरपानी गांव के दुआहीटोला होते हुए एक बार फिर गोबरी बीट के जंगल कक्ष क्रमांक 302 में पूरे दिन विश्राम करने बाद शाम को जंगल से निकाल कर ठेंगरहा तालाब से गोबरी में वनरक्षक नाका के पीछे स्थित एक किसान के खेत में लगी सब्जियों को अपना आहार बनाते हुए गौरेला के बंधियाटोला में एक वृद्ध महिला के घर में कई स्थानों पर तोड़फोड़ करने बाद शनिवार की सुबह फिर से गोबरी के जंगल में पहुंचकर सातवें दिन विश्राम कर रहे हैं।