खनिज निरीक्षक के साथ अभद्रता, कलेक्टर के आदेश के बाद कुम्भकर्णी नींद से जागा पुलिस प्रशासन
*शासकीय कार्य मे बाधा, निष्कासित युवक कांग्रेस अध्यक्ष समेत 7 पर हुआ मामला दर्ज*
*नीरज गुप्ता की रिपोर्ट*
अनूपपुर
अनूपपुर बीते दिवस कोतमा क्षेत्र का रेत चोर गिरोह संगठित होकर एक बार फिर से प्रशासन को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है बात सिर्फ गुमराह करने तक होती तो भी लाजिमी था, लेकिन यह गिरोह तो राजनीति का चोला पहन आमर्यादित हो चला है। क्षेत्रीय रेत माफियाओ के खिलाफ खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई से बौखलाए चोरो का एकत्रीकरण कांग्रेस के बैनर तले चंगेरी घाट पर किया गया इनका नेतृत्व पार्टी से निष्कासित नेता गुड्डू चौहान द्वारा किया। आरोप है कि शिकायत के संबंध में चंगेरी घाट पहुंचे जांच दल के साथ निष्कासित नेता ने न सिर्फ अभद्रता की बल्कि शासकीय कार्य मे बाधा भी पहुंचाई जबकि मामले की जांच के लिए जिला खनिज अधिकारी आशालता वैद्य खनिज निरीक्षक इशा वर्मा तथा तहसीलदार कोतमा ईश्वर प्रधान तथा नगर पालिका एवं राजस्व के कर्मचारी पहुंचे खनिज विभाग ने इंटकबेल की जांच की जांच के दौरान टीम ने पाया कि रेत खदान से इंटेक्वेल की दूरी लगभग 3 किलोमीटर है तथा वर्तमान में इंटेक्वेल के समीप पर्याप्त मात्रा में पानी है खनिज विभाग द्वारा प्रतिवेदन बनाते हुए वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किया गया इस तरह अपने मंसूबे में पानी फिरता देख निष्कासित कांग्रेस नेता बौखला कर अभद्रता पर उतर आया तथा खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा पर व्यक्तिगत टीका टिप्पणी करते हुए करते हुए उपस्थित ग्रामीणों को विवाद के लिए भड़काने लगा।
*कुम्भकर्णी नींद से जागा प्रशासन*
थाना कोतमा अंतर्गत रेत माफियाओ की धमक और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की जांच दल द्वारा अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए 10 से 12 घंटे तक थाने में मशक्कत करनी पड़ी लेकिन फिर भी थाना प्रभारी कुंभकरण निद्रा में लीन थे लेकिन जिले के जुझारू कलेक्टर के मामला संज्ञान में आते हैं उन्होंने तत्काल उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए तथा एसडीएम साहब कोतमा के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज किया गया।
*अध्यक्ष भी संदेह के घेरे में*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार के प्रथम नागरिक कहे जाने वाले पालिका अध्यक्ष भी अपनी करतूत की वजह से सुर्खियों में है जानकारों की माने तो श्री सराफ द्वारा रेत ठेकेदार से किसी काम के एवज में 10 डग्गी बालू की मांग की गई थी जिसमें से उनकी तीन डग्गी की ही मांग पूरी हो पाई और 7 का मामला अटक गया जन चर्चा है कि पर्दे के पीछे इनकी भूमिका भी संदिग्ध है ऐसे मास्टरमाइंड जांच के दायरे से बाहर है आखिर इन पर भी कार्रवाई क्यों नहीं।
*मामला हुआ दर्ज*
अंकित सोनी वार्ड पार्षद लहसुई, मनोज सोनी, श्याम कुमार चौहान उर्फ गुड्डू चौहान निवासी कोतमा, रफी अहमद, नदीम अशरफी उर्फ सोनू, मनोज वर्मन, जयप्रकाश पांडेय पर आईपीसी की धारा 353 147 186 500 506 बी के तहत मामला कायम कर विवेचना में लिया गया।