3 पटवारी को कलेक्टर ने किया निलंबित, 1 तहसीलदार 2 नायब तहसीलदारों को जारी किया नोटिस
राजस्व कर्मियों के निलंबन का स्वागत- कैलाश तिवारी
शहडोल
कलेक्टर तरूण भटनागर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण के उदासीनता बरतने पर शहडोल जिले के एक तहसीलदार दो नायब तहसीलदारो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं तीन पटवारियों को तत्काल प्रभाव निलंबित कर दिया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में तहसीलदार गोहपारू लक्ष्मण पटेल एवं प्रभारी नायब तहसीलदार ब्यौहारी शिवकुमार सिंह, नायब तहसीलदार गोहपारू रामकिशोर पदमाकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर कहा है कि राजस्व प्रकरण अन्तर्गत जिले में नक्शा तरमीम कार्य की प्रगति समय ई-केवायसी एवं पीएम किसान योजना से संबंधित कार्य कराये जाने के उद्देश्य से विशेष राजस्व अभियान दिनांक 1 मई 2024 से 25 मई 2024 तक प्रचलित था। उक्त कार्य में गंभीर उदासीनता बरतने के कारण तीनों राजस्व अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा है कि लगातार निर्देशों के बावजूद भी नक्शा तरमीम की प्रगति संतोषजनक नही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आपके द्वारा अपने पदीय दायित्वों में घोर लापरवाही एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की गई है।
कलेक्टर ने जारी कारण बताओं नोटिस में कहा है कि पत्र प्राप्ति के 03 दिवस के अन्दर आप अपना जवाब प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जवाब सन्तोषजनक न होने की दशा में आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। वही कलेक्टर ने शहडोल जिले के ब्यौहारी तहसील के पटवारी रामदिन सिंह, पटवारी गोहपारू गजराज सिंह एवं पटवारी प्रिया पटेल को राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गंभीर लापरवाही एवं वरिष्ठ अधिकारियो के दिये निर्देशो की अवहेलना करने पर सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधनों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
*राजस्व कर्मियों के निलंबन का स्वागत*
राजस्व प्रकरणों के निराकरण में उदासीनता पर तीन पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री कैलाश तिवारी ने कलेक्टर का धन्यवाद देते हुए कहा है कि राजस्व मामलों में इसी प्रकार की कड़ाई से ही आम जनता को न्याय मिल पाएगा। निराकरण न किए जाने का मुख्य कारण रिश्वत की मांग रहती है ।जिसकी पूर्ति न होने पर यह लोग प्रकरण को लंबित रखते हैं। भाजपा नेता ने कहा है की तहसीलदार तथा नयाब तहसीलदार भी इसके लिए बराबर के दोषी रहते हैं क्योंकि उनके पास तक रिश्वत का हिस्सा जाता है ऐसे में उनके खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की आवश्यकता है।