हाथियों ने 2 मकान तोड़कर खाया अनाज, घर की दीवाल गिराने से बाल बाल बचे बच्चे
*6 घंटे से लापता हाथियों को वन कर्मियों ने खोज निकाला डीएफओ ने किया दौरा*
अनूपपुर
जिले के जैतहरी,अनूपपुर तहसील अंतर्गत बैहार,ठेही,गौरेला, केकरपानी से बुधवार की सुबह 4 दिनों से निरंतर विचरण कर रहे दो नर हाथी ग्राम पंचायत पगना के बांका की बांस प्लांटेशन में विश्राम कर रहे हैं जिसे रात 12 के बाद से लापता होने पर वन विभाग के अंशकालीन सुरक्षा श्रमिकों ने सुबह खोज निकाला मंगलवार एवं बुधवार की मध्यरात्रि दोनों नर हाथी डालाडीह की सीमा से लगे जंगल में विचरण करते हुए ग्राम पंचायत गौरेला के ठेहीं ग्राम में स्थित आरदा नामक धार्मिक स्थल पर पहुंचकर स्थल के समीप निवासरत जयलाल पिता सुमेर सिंह के कच्चे मकान की दीवार अचानक पहुंचकर तोड़ दी इस दौरान हाथियों को ग्रामीणों द्वारा वन विभाग की उपस्थिति में भगाए जाने पर ठेही गांव के ही निवासी सरदार नायक पिता कवंर नायक के मकान को तोड़कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त करते हुए मकान के अंदर रखे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया मकान की दीवार तोड़ने से दीवाल का मालवा घर के अंदर की ओर गिरा जहां दो नावालिक बच्चे फंसे हुए थे वे बाल-बाल बचे हल्ला,सायरन एवं अन्य माध्यमों से वन विभाग ने ग्रामीणों के सहयोग से हाथियों को रहवास क्षेत्र से खदेड़ा जिस पर दोनों हाथी गौरेला गांव के बरटोला,बड़काटोला गौरेला की ओर से गौरेला- केकरपानी मुख्य मार्ग पर चलते हुए केकरपानी गांव के चिरईडोगरी पहाड़ में पहुंचकर केकरपानी के दुआहीटोला निवासी कोमल सिंह परस्ते के खेत में लगे कटहल के पेड़ में लगे कटहल को एक घंटे तक तोड़ते हुए अपना आहार बनाकर जंगल की ओर छिप गए जिनकी तलाश पूरी रात किए जाने पर भी नहीं मिल सके । वन्यप्राणी हाथी को सुबह होते ही दुधमनिया बीट के कक्ष क्रमांक 357 एवं 358 के कूप क्रमांक 3 में विचरण करते हुए खोज डाला इस दौरान अनूपपुर वन मंडलाधिकारी शुश्री श्रद्धा पेद्रे ने ग्राम ठेही में देर रात पहुंचकर हाथियों के विचरण की स्थिति का जायजा लेते हुए ग्रामीणों से चर्चा की तथा वनविभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को ग्रामीणों की सुरक्षा करते हुए हाथियों पर निरंतर नजर बनाए जाने के निर्देश के साथ किसी भी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा बरती जाने वाली लापरवाही पर कठोर कार्यवाही करने की बात कही है।