हाथियों को जिले से बाहर करने के लिए पश्चिम बंगाल से पहुचा 14 सदस्यीय दल, स्थल का किया निरीक्षण
*दो ग्रामीणों के घर मे तोड़फोड़ कर खा गए अनाज व सब्जियां*
अनूपपुर
16 दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही से चलकर मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र की सीमा में पहुंचे दो नर हाथियों का दल दिन में जंगलों में विश्राम करने बाद देर शाम एवं रात होने पर जंगल के आसपास स्थित ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के घर,खेत एवं बांड़ी में लगे एवं रखे विभिन्न तरह के अनाजों,सब्जियों को अपना आहार निरंतर बना रहे हैं जिससे ग्रामीण परेशान हैं वही एक बार फिर से हाथियों के निरंतर विचरण से जिला प्रशासन एवं वन विभाग भी चिंतित है जिसे गंभीरता से देखते हुए मध्यप्रदेश शासन के वन विभाग एवं प्रशासन के निर्देश पर पश्चिम बंगाल से हाथियों पर काम करने वाले 14 सदस्यी दल को बुलाया गया है जो रविवार की सुबह जैतहरी पहुंचकर रविवार को वन परिक्षेत्र अनूपपुर एवं जैतहरी के सीमा क्षेत्र में विश्राम एवं विचरण कर रहे हाथियों के स्थल कक्ष क्रमांक 358,357 एवं 302 में निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेते हुए आगे की रणनीति तैयार की जा रही है हाथियों को जिले से बाहर करने के लिए उपयोग में लाए जाने वाली सामग्रियों की तैयारी वन विभाग के अधिकारी करने में लगे हुए हैं। दोनों हाथी गोबरी बीट के कक्ष क्रमांक 302 ठाकुरबाबा के पास विश्राम करने बाद जैतहरी राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग पार करते हुए कक्ष क्रमांक 303 में लगे बांस प्लान्टेशन को अपना आहार बनाते हुए तिपान नदी पार कर ग्राम पंचायत गोबरी के बैगान टोला में दो ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखे अनाज को अपना आहार बनाते हुए एक किसान के खेत में लगे अनाज एवं सब्जियों को खाकर ग्राम पंचायत पगना के बांकाटोला से कुदुरझोरी नाला पार कर गोबरी बीट के कक्ष क्रमांक 302 ठेंगरहा के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों के इस दल को जिले से बाहर किए जाने के लिए वन विभाग द्वारा पश्चिम बंगाल से आए दल के साथ पूरी तैयारी कर ली है जिनका ऑपरेशन जल्द ही प्रारंभ किया जाएगा जिससे एक बार फिर से हाथियों का दल को अपने पूर्व स्थल छत्तीसगढ़ की ओर भेजने की कोशिश की जावेगी।