ऐश फिलिंग की धूल से ग्रामवासियों का रहना हो रहा मुश्किल, कलेक्टर से हुई लिखित शिकायत
*एसईसीएल के जीएम पर आश्वासन देकर काम न करने का लगाया आरोप*
अनूपपुर
जिले के बदरा ग्राम पंचायत हरद के सरपंच ग्रामवासियों द्वारा जिला कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि H.R.C.(एचआरसी) कंपनी एवं MBid (एम बिड) कंपनी दोनो मिलकर ऐश फिलिंग का कार्य कर रही है। ग्राम हरद से बदरा कोतमा आने जाने वाली मात्र एक ही रास्ता है।40 टन की गाड़ियाँ उस रास्ते से अधिक तेज चलाकर बार-बार आने-जाने से रास्ते में बड़े- बड़े गढ्ढे हो गये है।जिससे आमजन व्यक्तियों एवं महिलाओ,स्कूली बच्चो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है गढ्ढे होने से कई लोगो को चोटे आई है गाड़ियों से भरे डस्ट जब खाली करते या उस रास्ते से गुजरते है तो स्कूली बच्चे एवं आमजन को सॉस लेने में भी काफी दिक्कत आती है।उस रास्ते एवं जहाँ खाली कर रहे है वहाँ अच्छी तरह से सिंचाई की भी सुविधा नहीं है जिससे डस्ट बादल की कोहरे की तरह उड़कर गाँवों तक पहुँचता है ठेकेदारो की मनमानी रवैए से गाँव वाले एवं आमजन आक्रोशित है।जिसके लिए आने-जाने वाले रास्ते को बनवाने का कष्ट करें,उड़ रहे डस्ट में बार-बार पानी की सिंचाई करवाई जाए साथ ही दोनो कंपनी में जो कि सिर्फ बाहरी लोगो की ही भर्तिया कर रहे है वो गाँव के लोगों को भी प्राथमिकता दे।ग्रामवासियों का कहना है कि HRC एवं M Bid कंपनी के द्वारा कोई सुविधा नहीं दिया जा रहा है जिससे ग्राम हरद का वातावरण प्रदूषित हो रहा है लोग बिमारियों का शिकार हो रहे है नल जल योजना सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है क्योंकि उनके द्वारा हमारे ही गाँव के ट्रांस्फार्मर से कनेक्शन कर पम्प एवं बिजली चलाया जा रहा है उसे तत्काल बंद करवाया जाय
*ग्रामवासियों ने की मांग*
हरद के ग्रामवासियों द्वारा उ.मा.स्कूल जो एस.ई.सी.एल.द्वारा बनवाया गया था,वह आज की स्थिति में पूरी तरह जर्जर है उसके स्थान पर नया भवन निर्माण कराए जाने,पूर्व में एस.ई.सी.एल.के द्वारा हरद से बदरा पहुँच मार्ग रोड बनवाया गया था वह भी आज की स्थिति में पूरी तरह गड्ढा युक्त हो गया है जिससे लोगो को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उसे रिपेयरिंग करवाने ग्राम हरद झोरकी टोला में सबमर्शियल पम्प लगवाने तालाब में घाट निर्माण कराये जाने के साथ ही जहा ऐश फिलिंग का कार्य चल रहा है वहाँ खेल का मैदान एवं गार्डन बनवाया जाय जिससे गांव का वातावरण शुद्ध होने के साथ ही बच्चो के खेलने के लिए मैदान प्राप्त हो सके
*मांगे पूरी नही हुई तो होगा आंदोलन*
सौंपे गए पत्र में ग्रामवासियों द्वारा बताया गया है कि एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के जीएम बार-बार झूठा आश्वासन देकर गाँव वालों के सामने सभी के साथ उपस्थित होकर सर्वे कराते है लेकिन काम कभी कुछ नहीं कराते है और लोगो द्वारा कुछ भी पूछे जाने पर कहते है कि जिला कलेक्टर से मार्क करवाकर लाओ तो सी.आर. एस. मद से स्वीकृति करा दिया जाएगा ग्रामीणों को हर दो-तीन महिना में उपचार की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए पर वो भी नहीं हो रहा है जिससे मजबूर होकर ग्रामवासियों का कहना है कि अगर उनकी सभी मांगे पूरी नहीं होती है तो सभी ग्रामवासी आंदोलन करने को बाध्य होगें।