भारत विकास परिषद की प्रांतीय बैठक व नवीन पदाधिकारियों का दायित्व शपथ ग्रहण सम्पन्न
अनूपपुर
भारत विकास परिषद विंध्य प्रांत की प्रांतीय परिषद की बैठक रीजनल अतिरिक्त महासचिव पूर्णेन्दु भट्ट के मुख्य आतिथ्य में तथा प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन, मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती मेघा पवार, तथा वरिष्ठ समाजसेवी सुनील सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। बैठक का शुभारंभ आमंत्रित अतिथियों द्वारा भारत माता एवं स्वामी विवेकानन्द के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं पुष्प अर्पण कर हुआ। सामूहिक वन्देमातरम के गायन उपरांत आमंत्रित अतिथियों का तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात् रीवा शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल जैन द्वारा अपने उद्बोधन के माध्यम से सभी आमंत्रित अतिथियों, प्रांतीय पदाधिकारियों एवं विभिन्न शाखाओं के उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। बैठक संचालन संगठन मंत्री आलोक खोडियार तथा रीवा शाखा के सचिव राजेन्द्र सिंह बघेल ने किया। बैठक में सर्वप्रथम रीजनल अतिरिक्त महासचिव पूर्णेन्दु भट्ट ने वर्ष 2024-25 के लिए नवनिर्वाचित प्रांतीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को दायित्व शपथ ग्रहण कराया इसके पश्चात् रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन ने रीवा शाखा के नवीन कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को दायित्व शपथ ग्रहण कराया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्णेन्दु भट्ट ने विंध्य प्रांत की विभिन्न शाखाओं से आये हुए पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुुए कहा कि-भारत विकास परिषद सम्पूर्ण भारत वर्ष में अपनी शाखाओं के माध्यम से सेवा एवं संस्कार के क्षेत्र में सतत् कार्य कर रही हैं तथा भारत को जानो, राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता, गुरू वंदन छात्र अभिनन्दन जैसे कार्यक्रमों से बच्चों में राष्ट्रप्रेम का भाव जागृत करती है। देश और समाज के समग्र विकास के लिए सामाजिक जीवन में ईमानदारी एवं निष्ठापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता होती है तथा समाजसेवा के क्षेत्र में समर्पण की भावना से कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बाल सरंक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती मेघा पवार ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए कहा कि भारत विकास परिषद सेवाभावी संस्था है। सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण ये पांच सूत्र हैं इन्ही सूत्रो पर निरंतर कार्य करने का प्रयास करना चाहिए। परिषद की सदस्यता पारिवारिक होती है इसलिए परिषद के कार्यक्रमों में सपरिवार पंहुचने का प्रयास करना चाहिए । इससे जहां परस्पर संबंध स्थापित होते हैं, एक-दूसरे को समझने का अवसर प्राप्त होता है वहीं बच्चों में संस्कार की भावना निर्मित होती हैं। बैठक में रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन, तथा समाजसेवी सुनील सिंह, विद्याभारती के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ. संतोष अवधिया, ने भी अपने विचार व्यक्त किये। तथा आभार प्रदर्शन रीवा शाखा के कोषाध्यक्ष दीप चन्द्र विश्वकर्मा ने किया।
बैठक मे प्रांतीय संरक्षक राकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष आलोक टिकरिया, महासचिव श्रृजनेश जैन, वित्तीय सचिव सुरेश विश्नोई, संगठन सचिव आलोक खोडियार, संस्कार प्रमुख अजय गुप्ता, महिला सहभागिता श्रीमती अनुराधा श्रीवास्तव, सेवा प्रमुख संजय गुप्ता, भारत को जानो संयोजक योगेश जैन, स्थापना एवं जयंती बलराम गुप्ता, प्रचार प्रसार प्रमुख बीरेंद्र सिंह , तथा छतरपुर शाखा अध्यक्ष-बृजकिशोर अग्रवाल, सचिव-राम कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष- रामनारायण अग्रवाल, कटनी शाखा से सचिव नीलेश स्वर्णकार, शहडोल से सचिव प्रदीप गुप्ता, बुढार से कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल कुशवाहा, अनूपपुर से अध्यक्ष राज किशोर तिवारी, सचिव आनन्द पाण्डेय, सीधी से अध्यक्ष विनय गुप्ता, दिलीप शेखर गुप्ता, सतना से विजय गुप्ता अध्यक्ष, राजेश अग्रवाल कोषाध्यक्ष, मैहर से अध्यक्ष संजय गुप्ता, रमेश अग्रवाल(पालक कटनी) संजय जाद नानी उपाध्यक्ष, इन्द्र जीत सिंह मैनी सचिव, आनन्द वर्मा कोषाध्यक्ष, मऊगंज से एड. प्रदीप सिंह, रीवा शाखा से संरक्षक डॉ. अरूण अग्रवाल, डॉ. यू.पी. सिंह, उपाध्यक्ष अतुल जैन, कमल सूरी, सचिव राजेन्द्र सिंह बघेल,सह-सचिव एवं कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र ताम्रकार, कोषाध्यक्ष दीप चन्द्र विश्वकर्मा, सह-कोषाध्यक्ष दलवीर द्विवेदी, ज्ञानेन्द्र पाठक सम्पर्क प्रमुख, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह संस्कृति सप्ताह प्रमुख, तथा कार्यकारिणी सदस्य रमेश गुप्ता विमलेन्द्र द्विवेदी, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, एड. इन्द्रेश चतुर्वेदी, सुमित गुप्ता, गुलशन चढडा, सुरेश राय, शिवा कान्त गुप्ता,सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।