सचिव निधि की लापरवाही चरम पर, सीईओ ने रोका वेतन, सरपंच ग्रामवासी त्रस्त

सचिव निधि की लापरवाही चरम पर, सीईओ ने रोका वेतन, सरपंच ग्रामवासी त्रस्त 

*महिला आदिवासी सरपंच को सचिव दे चुकी है धमकी, सरपंच कर चुकी है शिकायत*


अनूपपुर

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी जिला अनूपपुर के द्वारा एक आदेश जारी किया गया है जिसमें लेख है कि 11 मई 2024 को ग्राम पंचायत मुंडा का भ्रमण सीईओ जनपद पंचायत जैतहरी वीरेंद्र मणि मिश्रा के द्वारा किया गया जहां पर सचिव निधि सिंह अनुपस्थित पाई गई जिसके दौरान ग्राम वासियों द्वारा भूमिधारी कृषकों का ईकेवाईसी तथा खाद्यान्न पर्ची संबंधित शिकायतें भी की गई अनुपस्थित रहने के संबंध में सीईओ जनपद पंचायत जैतहरी द्वारा दिनांक 17 मई 2024 को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब चाहा गया परंतु संतोषप्रद जवाब सचिव से न मिलने के कारण माह मई 2024 का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिए रोक दिया गया और सचिव की इस घोर लापरवाही के संबंध में सूचना कलेक्टर अनूपपुर,सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर,जिला कोषालय अधिकारी एवं लेखा शाखा जनपद पंचायत जैतहरी को प्रेषित किया गया है।

*सचिव से सरपंच ग्रामवासी त्रस्त*

ग्राम पंचायत मुंडा की सरपंच सरस्वती सिंह ने अपने लेटर पैड में दिनांक 18 मार्च 2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी के नाम पत्र लिखकर बताया था कि ग्राम पंचायत मुंडा में पदस्थ सचिव निधि सिंह के द्वारा मुझ महिला सरपंच से घर में आकर धमकी भरे शब्दों के साथ रिक्त मास्टर रोल पर जबरदस्ती हस्ताक्षर दिनांक 15 मार्च 2024 को करा लिया गया इसी तरह दिनांक 11 फरवरी 2024 को पंच मानदेय पर बिना सरपंच हस्ताक्षर के सचिव हस्ताक्षर से कोरम पूर्ण किए बिना मानदेय भुगतान कर दी गई। सचिव द्वारा सरपंच को ग्राम पंचायत के विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी कभी नहीं दी जाती है यहां तक की ग्राम सभा की जानकारी भी सरपंच को मालूम नहीं रहता पंचायत सचिव निधि सिंह के द्वारा स्वयं बैठकर समस्त प्रस्ताव कर लिया जाता है जिसमें सरपंच को कोई जानकारी प्राप्त नहीं होता यहां तक की पेंशन के पात्र हितग्राहियों का पेंशन पात्रता सूची में शामिल नहीं किया जाता और ना ही ग्राम पंचायत के किसी भी निर्माण कार्य स्थल पर देखरेख किया जाता और ना ही हितग्राही मूलक योजनाओं जैसे समग्र आईडी का अलग करना जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना आदि कार्य आज भी अधूरे पड़े हुए हैं कुछ कहने पर राजनीतिक प्रभाव दिखाते हुए धमकी देती हैं और कहती है नहीं करूंगी जहां जाना है चले जाओ मेरा आप लोग कुछ नहीं कर सकते उक्त पत्र लेखकर महिला आदिवासी सरपंच ने कार्यवाही की मांग की गई थी। पर शायद संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। जब स्वयं सीईओ जनपद पंचायत जैतहरी भ्रमण पर पहुंचे तो यह लापरवाही उजागर हुआ परंतु नाम मात्र की एक माह का मानदेय रोक कर कार्यवाही की गई जो ऊंट के मुंह में जीरा है। उक्त सचिव से त्रस्त सरपंच व ग्राम वासियों ने भी कई बार कार्यवाही हेतु शिकायत की जा चुकी है लेकिन परीणाम शून्य रहा।

Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget