रुद्र गंगा आश्रम को तोड़ने वाले वन विभाग के अधिकारी पर गिरी गाज, हुआ स्थानांतरण
अनूपपुर
अमरकंटक में 60 वर्ष पुराने रुद्र गंगा आश्रम पर अतिक्रमण कार्रवाई मामले में प्रशिक्षु आईएफएस पर गाज गिरी है। लगातार विरोध के चलते उन्हें अमरकंटक रेंजर के प्रभारी अधिकारी से हटाते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में पदस्थ किया गया है। अनूपपुर जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में 60 वर्ष पुराने रुद्र गंगा आश्रम फिर चर्चा में है। वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर यहां कार्रवाई करते हुए तोड़फोड़ की गई थी। इस मामले में अब प्रशिक्षु आईएफएस अफसर वीरेंद्र कुमार पटेल को अमरकंटक रेंजर के प्रभारी अधिकारी से हटाते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में पदस्थ किया गया है। प्रशिक्षु आईएफएस वीरेंद्र कुमार पटेल अमरकंटक में प्रभारी रेंजर के रूप में पदस्थ किए गए थे, जिनकी परिवीक्षा अवधि 23 अप्रैल को पूरी हो गई थी। इसी दौरान रूद्र गंगा में स्थित आश्रम को अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करते हुए तोड़फोड़ की गई थी। स्थानीय साधु संतों ने प्रभारी रेंजर एवं प्रशिक्षु आईएफएस वीरेंद्र कुमार पटेल पर आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। इसके पश्चात उन्हें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में स्थानांतरित किया गया। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा इस मामले में जांच समिति भी गठित की गई है तथा तोड़े गए आश्रम को पुनः निर्मित किया जा रहा है। स्थानीय साधु संतों द्वारा इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की गई थी।