सहित्यकारा सुषमा खरे की कृति शिवपुराण बुंदेली भाष्य का हुआ विमोचन
जबलपुर
वैशाख माह की पावन शुक्ला अक्षय तृतीया के पुनीत अवसर पर हमारे नगर सिहोरा की जानीमानी सुप्रसिध्द साहित्यकारा सुषमा वीरेंद्र खरे की साहित्यिक गतिविधियों में निरंतर उत्तरोत्तर प्रगति हो रही है। अभी कुछ दिनों पूर्व उनकी सामाजिक उत्थान हेतु प्रेरक रचनाओं की कृति कलम के रंग का विमोचन सिहोरा के साहित्य मंच पाठक मंच के तत्वावधान में हुआ था और आज जबलपुर की जानीमानी प्रसिद्ध संस्था बुंदेली सनातनी संस्कृति के तत्वावधान में महान विभूतियों और महा वरिष्ठ साहित्यकारों के करकमलों से उनके द्वारा रचित व अनुवादित धार्मिक कृति शिवपुराण बुंदेली भाष्य का विमोचन हुआ। आपको बता दें कि य़ह ग्रंथ 300 पेज का है और इसमे शिव पार्वती चरित्रों को बुंदेली भाषा में सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया गया है।सुषमा जी ने बताया कि 14 सितंबर 2023 से उन्होंने शिवपुराण बुंदेली भाषा में लिखना शुरू किया था और 6 फ़रवरी 2024 को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर य़ह सम्पन्न हुआ और बुंदेली संस्था की संचालिका प्रभा विश्वकर्मा जी के अनुरोध पर उन्होंने तत्काल इस ग्रंथ को प्रकाशित करवाया और 10 मई को रानी दुर्गावती संग्रहालय कला वीथिका में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आचार्य डॉ भगवत प्रसाद दुबे के और ज्ञान गंगा महाविद्यालय के संस्थापक जैन जी और महापौर जयबहादुर अन्नू की प्रतुल श्रीवास्तव और जबलपुर के बाहर से आए समस्त वरिष्ठ साहित्यकारों के मध्य इनका विमोचन हुआ ।यहां बताना उचित होगा कि सुषमा का रुझान धर्म साहित्य की ओर अधिक है ।अभी उन की एक और बुंदेली कृति प्रकाशित होने वाली है ।
उनकी इस कृति पर जबलपुर क्षेत्र के प्रसिद्ध मंच संचालक मंच मणि राजेश पाठक ने अपनी शुभकामनाएं और बधाई के रूप में सुन्दर मंगल भावना प्रकट करते हुए कहा कि सुषमा की लेखनी प्रणाम करने योग्य है माँ शारदे की कृपा उन पर सदा बनी रहे। कवि संगम त्रिपाठी ने शिव पुराण बुंदेली भाषा में लिखने पर सुषमा वीरेंद्र खरे को बधाई दी है।