2.74 एकड़ में विद्यालय व हॉस्टल, 8 एकड़ विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जा, जिम्मेदार मौन
*कलेक्टर के आदेश के बाद भी अतिक्रमणकारियों पर नही हो रही कार्यवाही*
अनूपपुर
सरकार द्वारा छात्र/छात्राओं को बेहतर शिक्षा देने और शिक्षा के साथ खेल कूद और अन्य गतिविधियों में सहभागिता के उद्देश्य से रहवासी मॉडल स्कूल की स्थापना की गई जिसके लिए छात्र / छात्राओं को एक ही परिसर में शिक्षा, खेलकूद, और हॉस्टल की व्यवस्था के लिए हर एक ब्लाक में मॉडल स्कूल संचालित किए जा रहे है लेकिन जिला मुख्यालय में संचालित मॉडल स्कूल के उद्देश्य को अतिक्रमणकरियो का ग्रहण लग गया है।अतिक्रमणकरियो ने विद्यालय के लिए आवंटित 10 एकड़ 74 डिसमिल भूमि में से मात्र 2 से ढाई एकड़ जमीन में ही विद्यालय का भवन और हॉस्टल का निर्माण हुआ है और शेष 8 एकड़ लगभग जमीन पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है अतिक्रमणकारियों में स्थानीय लोगो के अलावा राज्य के बाहर के लोग भी है, स्कूल की भूमि पर कब्जा करने में पार्षद का नाम भी आया था। वर्तमान में अनूपपुर कलेक्टर आशीष वसिष्ठ ने राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान अवैध अतिक्रमण और अवैध कालोनियों पर सख्त कार्यवाही के निदेश दिए है उसके बाद राजस्व अमला सक्रिय हुआ और पुरानी बस्ती के रजहा तालाब स्थिति विद्यालय की भूमि से 10×20 का अतिक्रमण हटाकर खूब वाहवाही लूटी थी जिसकी तस्वीर भी खबरों के माध्यम से सुर्खिया बटोर रही थी जिसमे जिला मुख्यालय के तहसीलदार, नगरपालिका के सफाई इंस्पेक्टर व नगर निरीक्षक दिखाई दे रहे है। बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन के नुमाइंदो ने जितनी इक्षाशक्ति 10×20 के अतिक्रमण को हटाने में दिखाई है क्या उतनी ही इक्षाशक्ति मॉडल स्कूल के लगभग 8 एकड़ के अतिक्रमण को हटाने में दिखा पाएंगे ?
अनूपपुर जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 2 में किया जा रहा है, जहाँ शासन ने मॉडल स्कूल के संचालन के लिए कुल 10 एकड़ 74 डिसमिल भूमि आवंटित की थी जो विद्यालय के भवन, छात्रावास और खेल मैदान के अलावा अन्य उद्देश्य के लिए आवंटित है, लेकिन अनूपपुर जिला मुख्यालय में अतिक्रमकरियो का जाल ऐसा फैला है कि विद्यालय की भूमि भी अतिक्रमण से मुक्त नही रह पाई है, विद्यालय की लगभग 8 एकड़ भूमि पर स्थानीय एवं अन्य राज्यो से आए अतिक्रमकरियो ने कब्जा जमा लिया है और विद्यालय में न तो बाउंड्रीवाल हो पा रही है न ही छात्र/छात्राओं को खेल मैदान मिल पा रहा है, विद्यालय की भूमि कब्जा करने वालो में वार्ड नंबर 2 के भाजपा पार्षद संजय चौधरी का नाम भी आया था जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई थी, लेकिन भाजपा पार्षद ने कब्जे के आरोप को खारिज करते हुए स्वयं अनूपपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर विद्यालय की भूमि से अवैध कब्जा खाली कराने के लिए पत्र लिखा था ।
25 अप्रैल को अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के नर्मदा सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक के दौरान निर्देश दिए हैं कि जिले में अवैध अतिक्रमण एवं अवैध कॉलोनी पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि नगरों में दुकान संचालकों, व्यापारियों एवं प्रतिष्ठान संचालकों द्वारा सड़क पर अवैध कब्जे किए जाते हैं, उनकी मुनादी कराकर अतिक्रमण खाली कराया जाए। मगर कार्यवाही खानापूर्ति तक सीमित रह गया हैं। प्रसाशन द्वारा विद्यालय की भूमि से अवैध कब्जा खाली करवाने की कोई कार्यवाही अब तक नही की गई है, जो जिला प्रसाशन के अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है ?
इनका कहना है -
एक बार इस विषय पर चर्चा हुई थी, इस पर ज्यादा जानकारी नही है, प्राचार्य से बात करके बता पाऊंगा।
*आर एस धुर्वे जिला शिक्षा अधिकारी अनुपपुर*
विद्यालय की ज्यादातर भूमि पर अतिक्रमण है, विद्यालय को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए विभागीय अधिकारियों और जिला प्रसाशन को कई बार पत्र लिख चुका हूँ, अब तक विद्यालय की भूमि अतिक्रमण मुक्त नही हो पाई है, छात्र, छात्राओं के हितो को ध्यान रखते हुए जिला प्रशासन से विद्यालय के भूमि से अतिक्रमण खाली कराने का अनुरोध है ।
*संतोष कुमार परस्ते, प्राचार्य, मॉडल स्कूल, अनूपपुर*