नाराज किसानो ने बैठक में लिया निर्णय, लोकसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार
*मतदान दल, अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बैरियर लगाकर गांव के अंदर नही जाने देगे*
शहड़ोल
शहड़ोल जिले के ग्राम पंचायत रामपुर में ग्राम पंचायत के जनपद सदस्य सहित गांव के नागरिकों के साथ एक अहम बैठक हुई जिसमें कई निर्णय लेकर ग्रामसभा के प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में इस मामले पर चर्चा की गई। एसईसीएल एवं जिला प्रशासन के घोर लापरवाही 10 वर्षों से लगातार किसान प्रताड़ित हैं। एसईसीएल के द्वारा किसानों की भूमि का अधिग्रहण कर लिया है और रोजगार के लिए धारा 9/1 बताकर रोजगार से वंचित कर दिया गया है जिसके विरोध में किसान लगातार जन आंदोलन करते रहे है, जिस कारण प्रबंधन किसानों के विरुद्ध अभियान चलाकर 3 करोड़ से ऊपर का नोटिस देकर नुकसान का रिकवरी भरपाई करने हेतु पत्र जारी कर दिया है जिससे किसान भारी नाराज है। किसान नेता व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा के द्वारा बताया गया कार्यालय ग्राम पंचायत रामपुर में पंचायत ग्राम सभा में पारित करते हुए यह निर्णय लिया गया कि रामपुर में ना ही जनप्रतिनिधियों को चुनाव प्रचार के लिए, मतदान दल को व प्रशासनिक अधिकारी को गांव के अंदर प्रवेश नही देगे। पुनर्वास पुनर्स्थापना और रोजगार को लेकर किसान वर्षों से लड़ रहे हैं कोई सुनने को तैयार नहीं आश्वासन पर आश्वासन चिट्ठी पर चिट्ठी देकर के किसानों को लॉलीपॉप दिखाया जा रहा है। गांव वालों का कहना है कि मतदान का एक दिन हमारा है बाकी 5 वर्ष तो हम लोगो को हाथ जोड़कर ही निवेदन करना है। आज जिस तरह से बेरोजगारी और महंगाई की मार है ऐसी स्थिति में हमारे दादा पुरखों के द्वारा इकट्ठा किया गया खेती की जमीन महुआ, चिरौंजी, आम जैसे पेड़ पौधे जो हमारा धन संपत्ति के रूप में था वह भी यहां से चला गया बेहताशा पेड़ काटे गए कोयला तेजी कैसे निकाला जा रहा है और मुआवजा पुनर्वास और रोजगार के लिए किसान भटक रहे हैं जो फाइल लगे हैं उन पर रोज ऐसे कमी निकाला जा रहा है जिसको पूरा कर पाना किसानों के लिए कठिन हो रहा है। 2 महीने से चुनाव बात कर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी अपने कार्यालय में काम करने के लिए तैयार नहीं है। भूपेश शर्मा कहते हैं कि जिस तरह से किसान नाराज हैं, रामपुर में चुनाव से संबंधित कोई भी अधिकारी प्रवेश न करें, हम मतदान नही करेंगे, विकास नहीं तो वोट नहीं नारे के साथ चुनाव बहिष्कार करने जा रहे हैं। केवल कागज पर नहीं बल्कि गांव के चारों तरफ टेंट लगाकर किसान बैठेंगे और चुनाव से संबंधित किसी भी टीम को प्रवेश नहीं होने देंगे। प्रशासन और एसईसीएल पहले लिखित रूप से धारा 91 अंतिम गाइडलाइन 2016 को मानते हुए रोजगार देने का वादा करे, आईएनआर 3 लाख से बढ़कर 10 लाख रुपए दिया जाए तीनों मुद्दों को लेकर लिखित में जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन पंचायत को चिट्ठी सौंप दे, अन्यथा मतदान नहीं होगा इस बैठक में सरपंच ग्राम पंचायत रामपुर परेमिया बैगा जनपद सदस्य चंद्र कुमार तिवारी, पूर्व सरपंच,झोले बैग, गांव की वरिस्ट सामाजिक कार्यकर्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता राजकमल मिश्रा, किसान नेता आदित्य त्रिपाठी, आनंद कुमार ,राकेश गुप्ता ,बाल्मिक साहू ,बद्री साहू, राजू सोनी राजेश सोनी ,प्रमोद बैगा पूर्व सरपंच, अयतू बैगा,गांव के वरिष्ठ मूलचंद गुप्ता, पूर्व जनपद सदस्य नेमसाय राठौर , ऋषभ गौतम सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।