गीतकार अनिल भारद्वाज नेपाल की संस्था ने मानद उपाधि से किया सम्मानित, चम्बल का नाम किया रोशन

गीतकार अनिल भारद्वाज नेपाल की संस्था ने मानद उपाधि से किया सम्मानित, चम्बल का नाम किया रोशन, लोगो ने दी शुभकामनाएं


ग्वालियर

लुंबिनी, नेपाल की सु-विख्यात साहित्यिक संस्था " शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल " द्वारा नेपाल राष्ट्र में ,अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, के अवसर पर आयोजित "अंतरराष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता २०२४ " में शामिल  चार देशों नेपाल, भारत, यू एस तथा तंजानिया के रचनाकारों में से मध्य प्रदेश ग्वालियर के *चम्बल क्षेत्र के पहाड़गढ़ में जन्मे वरिष्ठ गीतकार व हिंदी सेवी साहित्यकार ,अनिल भारद्वाज ,एडवोकेट, को उत्कृष्ट रचनाकारों में, "प्रथम श्रेणी" में चयन किया और उन्हें सम्मान स्वरूप " महिला शक्ति काव्य रत्न " की *मानद उपाधि* सम्मान में प्रदान की गई है। 

             गीतकार अनिल भारद्वाज को यह *मानद उपाधि*,उत्कृष्ट रचना धर्मिता के लिए नेपाल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उक्त साहित्यिक संस्था द्वारा प्रदत्त की गई है। प्रतियोगिता में दृष्टि विहीन रचनाकार सहित नेता, अभिनेता, पुलिस तथा अन्य विभिन्न क्षेत्र के अधिकारी तथा अन्य गणमान्यों की भी सहभागिता रही।

  गीतकार अनिल भारद्वाज वरिष्ठ हिंदी सेवी, एवं श्रेष्ठ साहित्यकार होकर  हिंदी राष्ट्रभाषा पर आधारित , *विश्व के प्रथम महाकाव्य, *हिंदी के आंसू* के रचयिता हैं।

         संगीत एवं कला के क्षेत्र में अनिल भारद्वाज चित्रकार, बांसुरी वादक हैं तथा आप ने वायलिन में संगीत प्रभाकर की उपाधि प्राप्त की है तथा वर्तमान में उच्च न्यायालय ग्वालियर में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।

           अनिल भारद्वाज को समय-समय पर साहित्य एवं संगीत के क्षेत्र में विभिन्न राज्य एवं राष्ट्र स्तरीय अभिनंदन ,सम्मान एवं उपाधियों से विभूषित जा चुका है ।

  साहित्य के क्षेत्र में गीतकार अनिल भारद्वाज द्वारा सन् 1970 से निरंतर साहित्य सृजन करते हुए कई साहित्यिक कृतियां,साहित्य जगत को प्रदत्त की गईं, जिनमें गीत संग्रह" बीत गया मधुमास" (पुरस्कृत कृति ),  राष्ट्रभाषा पर आधारित महाकाव्य, "हिंदी के आंसू ," तथा" हिंदी माता चालीसा "(भक्ति काव्य), आदि प्रकाशित कृतियां उल्लेखनीय हैं। तथा कई साझा संकलनों में गीत, गजल आदि का प्रकाशन।

             अभी हाल ही में "गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में, "गणतंत्र के प्रहरी सम्मान 2024", "सृजन के सारथी" तथा "देश प्रेमी सम्मान"एवं "वीर रस सम्मान 2024", एवं हिंदी दिवस के उपलक्ष में हिंदी सेवी सम्मान तथा विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष में गीतकार अनिल भारद्वाज को देश के चुनिंदा 551 हिंदी सेवियों में हिंदी सेवी सम्मान 2023 तथा ,काव्य कला सेवा संस्थान द्वारा, सृजन श्री सम्मान एवं हनुमान जन्मोत्सव पर श्रेष्ठ रचना सृजन सम्मान एवं अंतर्राष्ट्रीय कला एवं साहित्य सम्मान 2023 आदि से सम्मानित किया जा चुका है। 

            इस अवसर पर 'शब्द प्रतिभा बहु क्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल' के संस्थाध्यक्ष आनंद गिरि मायालु और चयन समिति  सदस्य चरना कौर का आभार व्यक्त कर ,जीरो माइल साप्ताहिक पोर्टल और खबरों में अपना शहर के संपादक आनंद शर्मा,श्रम साधना के संपादक महेश तायल फौजी, डी एल पी न्यूज़ टीवी के संपादक सतेन्द्र तिवारी, भारत की बात, न्यूज़ पोर्टल के संपादक विजय कुमार,बेजोड़ रत्न के संपादक कुलदीप अवस्थी, उत्कर्ष मेल के संपादक डा.मनमोहन शर्मा शरण, सत्यास्त्र के संपादक राजेश अवस्थी लावा,उच्च न्यायालय संघ ग्वालियर के अध्यक्ष पवन पाठक,अंतर्राष्ट्रीय अभिभाषक मंच के अध्यक्ष विजय सिंह चौहान,एवं हिंदीमाता काव्य धारा मंच भारत के पदाधिकारीगण उमाशंकर द्विवेदी,संजय निगम,अभिभाषक गण,बलदेव पाठक, रामेश्वर उत्पल, मिलन भारद्वाज (बैंक मैनेजर),सहित ग्वालियर की साहित्यक एवं सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ ही कवि अशोक बिरथरिया, संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने गीतकार अनिल भारद्वाज को हार्दिक बधाई दी है।

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