कुआं में गिरने व डूबने से वनपाल की हुई मौत, पुलिस जुटी जांच में, वर्तमान समय मे था निलंबित
*डीएफओ सहित वन अधिकारियों ने किया शोक व्यक्त, वन अधिकारी पहुंचे मौके पर*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के बिजुरी वन परीक्षेत्र में पदस्थ वनपाल की जिले के करनपठार थाना अंतर्गत बसंतपुर गांव में स्थित गृह निवास पर विगत एक दिन पूर्व रात में दिशा मैदान के लिए निकले 45 वर्षीय प्रेमलाल पिता चमरूलाल बनवासी जो वनपाल के पद पर अंतर राज्यीय बैरियर रामनगर में पदस्थ था। कुआं में गिरने एवं डूबने से मौत हो गई परिजनों की सूचना पर करनपठार थाना प्रभारी अजय टेकाम स्वयं घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेते हुए प्रारंभिक कार्यवाही कर बेनिबारी अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक से मृतक के शव का शनिवार की दोपहर शव परीक्षण कराने बाद अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौंप कर जांच प्रारंभ की है। प्रारंभिक जांच अनुसार मृतक प्रेमलाल बनवासी वन विभाग के किसी मामले में निलंबित होने के कारण कई दिनों से अपने पैतृक ग्राम बसंतपुर में परिवार के साथ रहते रहे थे, जो 8 फरवरी की रात अपने भाई गोपाल के साथ खाना खाने बाद सो गए जो सुबह 3 बजे के लगभग दिशा मैदान के लिए घर के पीछे स्थित अपने ही कुआं के पास गए थे, जहां अचानक कुआं में गिर गया, देर रात होने तथा सुबह तक प्रेमलाल का पता न चलने पर परिजनों द्वारा उनके मोबाइल से संपर्क करना चाहा लेकिन संपर्क नहीं होने पर खोजबीन की इस दौरान घर के पीछे उन्हीं के कुआं के पास ही उनका तौलिया एवं मोबाइल मिलने पर संदेह के आधार पर कुआं के अंदर बांस डालकर तलाशी की जिसमें कुछ फंसने की आशंका को आभास करते हुए भाई गोपाल प्रसाद ने करनपठार थाना में सूचना दर्ज कराई, पुलिस की उपस्थिति में खोजबीन दौरान प्रेमलाल बनवासी मृत स्थिति में कुएं के अंदर से खोजबीन दौरान उतराने पर उनके शव को बाहर निकाला गया। देर रात होने के कारण शनिवार की सुबह पुलिस द्वारा पंचनामा की कार्यवाही कर बेनीबारी अस्पताल के डॉक्टर से शव परीक्षण कराया घटना की जानकारी पर अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस के प्रजापति, एसडीओ प्रदीपकुमार खत्री ने वनपाल प्रेमलाल के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, आकस्मिक मौत होने पर अनूपपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी स्वर्ण गौरव सिंह, वन परिक्षेत्र बिजुरी वन परिक्षेत्र अधिकारी जीतू सिंह बघेल को मृतक के निवास भेज कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली, ग्रामीणो एवं परिजनों ने बताया कि मृतक प्रेमलाल विगत कुछ वर्षों से मानसिक रूप से परेशान रहता था, जिनकी अंग्रेजी एवं देशी दवाई कराई जा रही थी, इसी दौरान अचानक विभागीय जांच पर दोषी पाए जाने पर लगभग एक मामले में निलंबित किया गया था, जिससे वह और परेशान रहने लगा था।