एक तहसील में दो तहसीलदार पदस्थ, लोगो मे हो रहा भ्रम असली नकली कौन
अनूपपुर/कोतमा
अनूपपुर जिले के कोतमा तहसील में वर्तमान समय में दो तहसीलदार है अब अधिवक्ता संघ पूछ रहे हैं की असली कौन यह तो लोगों को भ्रमित करने जैसा है दरसल बात कोतमा तहसील में पदस्थ तहसीलदार ईश्वर प्रधान जो विगत दो से तीन वर्षों से यहां पर पदस्थ है लेकिन अभी कुछ माह पूर्व ही कोतमा तहसील में आए संजय कुमार जाट नायब तहसीलदार इनका मूल पद है लेकिन यह अपनी गाड़ी में तहसीलदार नाम का अपनी गाड़ी में प्लेट चस्पा किए हुए हैं जाट साहब की गाड़ी का नंबर एमपी 66 सी 6031 जब की जो कोतमा तहसीलदार है उनकी गाड़ी का नंबर एमपी 65 टी 1302 है इस संबंध में जब तहसीलदार ईश्वर प्रधान से पूछा गया कि कोतमा में क्या दो तहसीलदार हैं तो उनके द्वारा बताया गया कि वह नायब तहसीलदार है और मैं तहसीलदार हूं, लेकिन उनको अपनी गाड़ी में तहसीलदार शब्द नहीं बल्कि नायब तहसीलदार लिखा होना चाहिए जो तहसीलदार के समकक्ष होता है लेकिन उन्हें कुछ माह पूर्व अन्य तहसीलों में तहसीलदार का प्रभार दिया गया था लेकिन वह अपनी गाड़ी में तहसीलदार नहीं लिख सकते है। मगर तहसीलदार पद के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश सोनी ने भी कहा की संजय कुमार जाट नायब तहसीलदार है उन्हे अपना मूल पद ही लिखा जाना चाहिए। किसी अधिकारी को इस तरह से दूसरे के पदनाम का दुरुपयोग नही करना चाहिए। अब देखने वाली बात यह होगी कि इनकी गाड़ी से तहसीलदार के नाम की प्लेट कब उतरती है।