दो हाथियों के समूह में रात में बांका, कांसा में मचाया उत्पात, छत्तीसगढ़ से छोटा हाथी पहुंचा कदमसरा
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के सीमा में छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र के धरहर, ऐठी गांव के किनारे से होता हुआ मध्यप्रदेश अनूपपुर जिला अंतर्गत वन परीक्षेत्र जैतहरी के गढ़ियाटोला बीट के गांव में पहुंचकर एक किसान के बाडी में लगे केला को अपना आहार बनाता हुआ कदमसरा गांव के बांध के पास से बेंकटनगर एवं छत्तीसगढ़ के बॉर्डर के मध्य विश्राम कर रहा है वही दो हाथियों का समूह देर रात गोबरी के जंगल से निकल कर गोबरी गांव में सुखीलाल राठौर के बाडी में लगे गेहूं को अपना आहार बना रहा था इसी बीच हल्ला करने पर वन विभाग की फेंसिंग वायर तोड़ता हुआ गोबरी के जंगल में जाने बाद देर रात दिन ठेगरहा-पगना मुख्य मार्ग को कुन्ना कोल के घर के पास से पार कर ग्राम पंचायत पगना के बांका गांव में किसान के घर खेत के पास से कांसा गांव के मैरटोला में किसानों के खेतों में लगे गेहूं, अरहर, आलू की फसलों को पूरी रात खाकर, नुकसान करते हुए एक बार फिर से कांसा, बांका, पगना मुख्य मार्ग से होकर ठेगरहा, गोबरी के जंगल में 20 दिनों से बनाये अस्थाई घर झुरहीतलैया के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहा है। वन परीक्षेत्र जैतहरी एवं अनूपपुर के वन विभाग की टीम दो हाथियों के समूह पर नजर बनाए रखते हुए हाथी विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की अपील की है। हाथियों के निरंतर विचरण एवं ग्रामीण जन के विभिन्न तरह के नुकसान के कारण ग्रामीण परेशान है।