स्वसहायता समूह के संचालक फर्जी मस्टररोल भर कर रहे है आहरण, जांच की हुई मांग
अनूपपुर
अनूपपुर जैतहरी ग्राम मौहरी में नर्सरी निर्माण कार्य की स्वीकृति मनरेगा योजना से वर्ष 2020-21 मे की गई। जिसकी स्वीकृति राशि 52.00 लाख, स्वीकृति दिनांक - 13 जुलाई 2020 एवं अवधि 3 वर्ष की थी, जिसकी एजेंसी जय अम्बे स्व सहायता समूह मौहरी को बनाई गई थी जिसमें पहले वर्ष 125000 पौधे, दूसरे वर्ष 25000 पौधे, तीसरे वर्ष 25000 पौधे, कुल मिलाकर 175000 पौधो का प्लांट तैयार किए जाने का स्टीमेट बनाया गया था। किंतु जय अम्बे स्व सहायता समूह के द्वारा कुल कितना पौधा प्लांट किया गया, कितना पौधा विक्रय किया गया, कितना पौधा शेष बचे हैं इसका कोई हिसाब किताब नहीं है। इसमें समूह के संचालक भैया लाल राठौर के द्वारा अपने घर वालों के नाम से ही लाखों का फर्जी मस्टर निकाल करके और लगातार भुगतान कराया जा रहा है। इसमें सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस कार्य की अवधि भी सात महीना पहले ही पूर्ण हो चुकी है। उसके बाद भी फर्जी मस्टर रोल से मजदूरी एवं सामग्री का भुगतान लगातार हो रहा है। इतनी बड़ी मेहरबानी है यह समझ से परे है लेकिन अब देखना ये होगा कि शासन, प्रशासन क्या कदम उठाती है। क्या स्वसहायता समूह के संचालक भैया लाल राठौर को किसी का भी डर नहीं है। लेकिन यह निश्चित है कि यदि इसकी जांच की जाए तो इसमें कई लाखों का फर्जी भुगतान सामने आ सकता है पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।