रामलला प्राण प्रतिष्ठा पूर्व संत समागम प्रवचन से राम कथा का जनता जनार्दन ने किया रस पान

रामलला प्राण प्रतिष्ठा पूर्व संत समागम प्रवचन से राम कथा का जनता जनार्दन ने किया रस पान

*भजन संध्या और रामचरित मानस के आयोजन से जनता खूब हुई आनंदित*


अनूपपुर/अमरकंटक

मां नर्मदा की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा मंदिर उद्गम ट्रस्ट अमरकंटक जिला अनूपपुर (म. प्र.) द्वारा भगवान रामचंद्र की मंदिर अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व अमरकंटक में भी राम की भक्ति भाव आयोजन से नगर में भारी उल्लास का वातावरण है। इसी के मद्देनजर आज नर्मदा मंदिर प्रांगण में संतो का प्रवचन का आयोजन किया गया था जिसमे मार्कण्डेय आश्रम, शांति कुटी आश्रम , बर्फानी आश्रम , कल्याण सेवा आश्रम , गीता स्वाध्याय आश्रम , श्री रंगलक्ष्मी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय धाम वृंदावन के पूर्व प्राचार्य पहुंच मंच की गरिमा की भव्यता को  दुगुना बना दिए । मंच पर पधारे सभी संतो द्वारा सायं काल आश्रमों के संत महंत , नर्मदा पुजारीगण , गणमान्य नागरिकगण , नर्मदा मंदिर प्रांगण में जनता जनार्दन को अपने उद्बोधन ( प्रवचन) से रामकथा की महिमा का गुणगान कर सभी उपस्थित लोगो का मन राम मय बना दिया । अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला जी की प्राण प्रतिष्ठा होने को लेकर सभी संतो ने अति प्रसन्नता व्यक्त की।

सर्व प्रथम शांति कुटी आश्रम के महंत अपने उद्बोधन में कहा की भगवान राम की कथा बड़ा ही मार्मिक कथा है , जिसमे जन मानस में भक्ति का संचार हुआ और होता ही आ रहा है। इसके बाद आचार्य डॉ. रामकृपाल त्रिपाठी धाम वृन्दावन ने राम की महिमा बताते हुए उन्होंने कहा की राम कथा की उत्पत्ति भगवान शिव के द्वारा कही गई थी । इनकी महिमा बताने के लिए यशोदा मैया द्वारा कृष्ण को भगवान की राम कथा सुनाया करती थी । उन्होंने यह भी बताया की अमरकंटक पर्वत पर भगवान ने माता पार्वती को अमर कथा सुनाई थी।

बर्फानी आश्रम के महामंडलेश्वर बालयोगी लक्ष्मण दास ने कहा कि सारे संसार में भगवान राम व्यापक है । सब में राम और सभी जगह राम का दर्शन करते हुए उन्होंने और कहा की सीताराम मय सब जग जानी , करहूं प्रणाम जोर जुग पानी । जो राम जन्म भूमि में बन रहे राम मंदिर और भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में विरोध में बोल रहे उनकी अवहेलना की। गीता स्वाध्याय आश्रम के महंत स्वामी नर्मदानंद महाराज जी ने उद्बोधन में कहा की भगवान राम के द्वारा हनुमान को अभय प्रदान करना तथा हनुमान के द्वारा भगवान की भक्ति की शक्ति का व्याख्यान पर खूब रसपान कराया।

मार्कण्डेय आश्रम के आचार्य स्वामी रामकृष्णानंद महाराज ने भी कही की यह अवसर बड़ी प्रसन्नता की है और इस शुभ घड़ी के लिए अनेक संतो ने गिरफ्तारियां भी दी है ।अवहेलना झेल रहे संतो का पक्ष भी रखा और कहा की किसी के मन में कोई विरोधाभास तथा राम के प्रति कोई द्वेष नहीं है किंतु गंदी राजनीति नही होनी चाहिए। आचार्य ने भगवान रामलला को आदर्श बताते हुए उन्होंने कहा की राम जैसा कोई हुआ ही नही , इसलिए वे पूज्यनीय है । उनके द्वारा स्थापित मर्यादाओं का समाज को पालन करना चाहिए। कल्याण सेवा आश्रम से संत स्वामी धर्मानंद महाराज और संत भी रहे उपस्थित । 

रात्रि समय भजन संध्या का आयोजन भी हुआ जिसमे सीताराम जू भक्त मंडली द्वारा खूब राम गुण भजन सुनाया गया जिसमे प्रमुख भजन गायक नर्मदा मंदिर पुजारी अजय द्विवेदी (मुंडा महाराज) ने रामभजन से घंटों समा बांधे रहे । इसके बाद बाराती हिंडालको की रामायण पाठ मंडली ने भी रामायण गायन कर लोगो को आनंद विभोर कर दिया। मंच संचालन नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी ने बड़े ही आदर भाव से मंच का संचालन किया और नगर परिषद अमरकंटक सीएमओ ने सभी अगंतुको को अपना आभार प्रगट कर धन्यवाद किया। अमरकंटक का मौसम भी बारिश और धुंध का बना हुआ है ।

मुख्य रूप से पुष्पराजगढ़ एसडीएम दीपक पाण्डेय, सीएमओ चैन सिंह परस्ते , पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष अंबिका तिवारी , पूर्व न परि अध्यक्ष प्रभा पनरिया , मंडल अध्यक्ष रोशन पनारिया , रामगोपाल द्विवेदी , दिनेश द्विवेदी , बबिता सिंह , अंजना कटारे ,ओम प्रकाश गौतम , पत्रकार उमाशंकर मुन्नू पांडेय , श्रवण उपाध्याय आदि सैकड़ों लोगो की उपस्थिति रही ।

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