विचार का जवाब विचार से नही दे पाने वाले चुनते हैं हत्या का विकल्प

विचार का जवाब विचार से नही दे पाने वाले चुनते हैं हत्या का विकल्प

*कब्र से बोल रहे हैं गांधी और सुनने को मजबूर है पूरी दुनिया, शहादत दिवस पर संपन्न हुई संकल्प सभा* 


अनूपपुर

सर्व सेवा संघ और मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल द्वारा महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ सर्वोदय सेवक अनंत जौहरी ने किया।

संकल्प सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारत सर्वोदय मंडल ( सर्व सेवा संघ ) के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री संतोष कुमार द्विवेदी ने कहा कि जो लोग विचार का जवाब विचार से नहीं दे पाते वे ही हत्या जैसा जघन्य  विकल्प चुनते हैं, लेकिन वह भूल जाते हैं कि हत्या से व्यक्ति की मृत्यु होती है विचार की नहीं। गांधी जी का विचार अमर है । आपने कहा कि महात्मा गांधी की हत्यारी  विचारधारा सत्ता की शक्ति मिलने से बेलगाम हो चली है और अपनी करतूत से अब वह उनके विचारों को मिटाने की कोशिश में जुटी हुई है महात्मा गांधी के आश्रम, संस्थान और स्वाधीनता आंदोलन की विरासत सब उसके निशाने पर हैं । साबरमती आश्रम का स्वरूप बदलने की कोशिश हो अथवा सर्व सेवा संघ प्रकाशन राजघाट वाराणसी पर बुलडोजर कार्यवाही  सब उसी का हिस्सा है । 

मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री द्विवेदी ने कहा महात्मा गांधी बोलते थे कि मैं कब्र से भी बोलता रहूंगा । यह सच है कि गांधी कब्र से बोल रहा है और पूरी दुनिया को चाहे अनचाहे उन्हें सुनने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । 

इस अवसर पर इस अवसर पर महात्मा गांधी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए समय के सखी पत्रिका की संपादक एवं कवि डॉक्टर आरती ने कहा कि महात्मा गांधी की व्यापक स्वीकारता को उनके जीने और खाने की प्रामाणिकता सिद्ध करती है । मार्क्सवादी विचारक लेखक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता सत्यम पांडे ने कहा कि बिना जिए, बिना किए कोई गांधी नहीं बन सकता । गांधी के योगदान की चर्चा करते हुए आपने कहा कि आजादी के आंदोलन को गांधी ने जनता का आंदोलन बनाया । उनके आने के बाद ही आजादी के आंदोलन में नौजवान किसान और महिलाएं बड़े पैमाने पर खुलकर जुड़े ।

सामाजिक कार्यकर्ता कुमुद ने कहा कि गांधी के पास दो चेहरे नहीं थे उन्होंने जैसा जिया वैसा कहा,  जैसा कहा वैसा जिया । एक साधारण इंसान अपनी कमियों खामियों और दुर्बलताओं से ऊपर उठकर कैसे महामानव बन सकता है । गांधी का जीवन इसकी मिसाल है । सर्व सेवा संघ के युवा सेल के राष्ट्रीय संयोजक भूपेश भूषण ने कहा कि जिस सांप्रदायिकता ने महात्मा गांधी की हत्या की वह देश निगलने के लिए उद्धत है । हमें भारत के संविधान और धर्मनिरपेक्षता को बनाए और बचाए रखने के लिए शहादत दिवस पर संकल्प लेना होगा । अध्यक्ष्यीय  उद्बोधन में सर्वोदय नेता अनंत जौहरी ने कहा कि किसानों और नौजवानों की दुर्दशा को दूर करने के लिए हमें उन्हें महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन का रुख करना होगा।

सभा को सभा को जनक राठौर गिरीश पटेल, रमेश सिंह, टीकाराम लोधी, राहुल जी, मनोहर भाई, बासु चटर्जी, मुन्नी बाई और ऋषभ गौतम आदि ने संबोधित किया । युवाओं के सवालों का  जवाब संतोष कुमार द्विवेदी ने दिया । इस्तक शहडोली ने  द्वारा सर्व धर्म प्राथना कराई। सभा का संचालन सर्वोदय कार्यकर्ता राजेश मानव ने किया । वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ललित दुबे आभार व्यक्त किया मुख्य रूप से उपस्थित रहे दिवस पांडेय श्रेया शर्मा दीप राव सोनाली मिश्रा सोनाक्षी मिश्रा हरिओम दुवेदी माधुरी सिंह खुशी मिश्रा सहित सैकड़ों की उपस्थिति रही

 *गांधीजी के शहादत दिवस पर संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन* 

जमुना कोतमा सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू राज्य समिति के आह्वान पर अनूपपुर जिला मे विभिन्न जगहों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर याद करते हुए संविधान के प्रस्तावना का सामूहिक रूप से वाचन किया गया । संविधान के विमोचन के पूर्व मे सीटू के नेतृत्व कारी साथियों ने गांधी जी के हत्या के संबंध में उद्बोधन देते हुए कहा कि 30 जनवरी 1948 को शाम 5:30 बजे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की गई थी,  गांधी जी की हत्या  एक विचारधारा ने किया था । अफसोस है की गांधी जी की हत्या करने वाले विचारधारा के लोग आज देश के कुर्सी पर काबिज होकर किसान विरोधी, मजदूर विरोधी एवं आम जन विरोधी नीतियों को लागू कर आम जनता का जीना मुश्किल कर रखा है । जहां एक तरफ महंगाई आसमान छू रही है , वहीं दूसरे तरफ भ्रष्टाचार एवं लूट की घटनाएं तेजी से बढ़ी हुई है । जिसके परिप्रेक्ष्य में लगातार संघर्ष जारी रखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा एवं केंद्रीय श्रम संगठनों ने 16 फरवरी 2024 को ग्रामीण बंद औद्योगिक हड़ताल का नारा दिया है  जिसमें अनूपपुर जिला मे सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) बढ़चढ़कर भागीदारी निभाने का संकल्प लिया है सीटू जिला समिति अनूपपुर के महासचिव कामरेड इंद्रपती सिंह ने आम आवाम से अपील किया है 16 फरवरी की ग्रामीण बंद औद्योगिक हड़ताल को सफल  बनाए  उन्होंने कहा की संघर्ष ही एक रास्ता है जिस पर चलकर सरकार की मजदूर  किसान  नौजवान छात्र महिला विरोधी नितियो का मुकाबला किया जा सकता है और एक बेहतर     शोषण विहीन समाज की स्थापना की जा सकती लड़गे तो जीतेंगे जरूर।

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