आजादी के 75 वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं राज्यमंत्री के नगर की जनता
*जनप्रतिनिधि मौन क्या यही है भाजपा का विकास, कब पूरी होगी जनता की उम्मीदें*
अनूपपुर/बिजुरी
अनूपपुर जिले की सबसे धनी नगरपालिका परिषद बिजुरी के वार्ड नम्बर सात के बरघाट जहाँ आज भी आदिवासी परिवार मूलभूत सुविधाओं से वंचित मूलभूत सुविधाओं के लिये दर दर भटकने को मजबूर बूंद बूंद पानी के लिये करीब दो किलो मीटर दूर जाने को मजबूर बिजली सड़क जैसी सारी सुविधाओं से वंचित।
बिजुरी के वार्ड नम्बर सात बरघाट कुडाकु मोहल्ले में आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़क पानी बिजली नाली सभी सुविधाओं से वंचित रहने को मजबूर जबकि बरघाट में आदिवासी करीब 100 से 150 लोगो का परिवार इस मोहल्ले पर जीवन यापन करने को मजबूर है यहां के लोगो को पानी के लिए करीब दो किलो मीटर दूर जाना पड़ता है साथ ही जाने के लिये सड़क भी नही है न ही बिजली देखने को मिलती है।आखिर इन आदिवासियों का कौन करेगा विकास जबकि ये नगर पालिका क्षेत्र में आता है उसके बावजूद विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है।
सड़क न होने के कारण छोटे छोटे बच्चों को स्कूल जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो हमारे कल का भविष्य है उसके बाद भी इन लोगो को मूलभूत सुविधाओं के लिये दर दर भटकना पड़ता है। वही बरसात के मौसम में कीचड़ होने के कारण स्कूल भी नही जा पाते क्योंकि उसे बस्ती से करीब 2 से 3 किलोमीटर दूर स्कूल जाना पड़ता है। और आने जाने के लिये कोई भी सड़क न है और पकडण्डी रास्तो में कीचड़ हो जाता है जिससे बच्चे स्कूल नही जाते है। अब कैसा होगा कल का भविष्य।
गर्भवती महिलाओं प्रसव का जब समय आता है या फिर गंभीर बीमारी के वक्त यह के लोगो को खाट का सहारा लेना पड़ता है अब आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी यह के लोगो सुविधाओं से वंचित रहने को मजबूर जबकि एक तरफ जनप्रतिनिधियों द्वारा बड़े-बड़े विकास के वादे किये जाते हैं पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है अब दिखने वाली बात यह है कि आखिर कब तक विकास देखने को मिलेगा या फिर इसी प्रकार से बरघाट के लोगो के रहना पड़ेगा।