बच्चों ने जंगल को देख जाना जंगल का रहस्य, सिद्ध बाबा में अनुभूति में शामिल हुए 120 छात्र
*प्रकृति के संतुलन बनाए रखने हेतु वनों का संरक्षण आवश्यक-पार्वती*
अनूपपुर
मध्यप्रदेश एक पर्यटन बोर्ड एवं वनविभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किये जा रहे स्कूली छात्र-छात्राओं को अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से वन,वन्यप्राणियों,पर्यावरण संरक्षण को संरक्षित बनाए रखने हेतु वन परीक्षेत्र जैतहरी के उमरिया बीट अंतर्गत खूंटाटोला में स्थित धार्मिक स्थल सिद्धबाबा में शास,उ,माध्यमिक विद्यालय बीड़ के 120 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में किया गया जिसमें शासकीय एवं अशासकीय प्रेरकों द्वारा बच्चों को सुबह वन भ्रमण कराकर वनों में पाए जाने वाले विभिन्न तरह के पेड़,पौधों,वन्यप्राणियों,पक्षियों की जानकारी से अवगत कराते हुए विभिन्न माध्यमों जिसमे ढोड़ी, प्राकृतिक उत्सुक कूप सलसराय सागौन के वर्षों की जड़ों द्वारा संग्रहित किए जाते पानी के संरक्षण,मिट्टी के कटाव को रोकने हेतु किए जाते कार्यों के साथ अन्य तरह की महत्वपूर्ण जानकारियो के साथ खेल एवं चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें सम्मिलित बच्चों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण करते हुए पर्यावरण के संरक्षण हेतु सभी को शपथ दिलाई गई तथा ध्यान कराते हुए शांत माहौल में विभिन्न तरह का आभास कराया गया,इस दौरान जिला पंचायत अनूपपुर उपाध्यक्ष एवं शिक्षा समिति सभापति श्रीमती पार्वती राठौर ने मुख्य अतिथि के रूप में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आने वाले समय में स्वच्छ वातावरण एवं पर्यावरण के संरक्षण बनाये-बचायें रखने हेतु सभी को मिलकर वनों,वन्यप्राणियों की रक्षा करने की शपथ लेते हुए इस दिशा में कार्य करना चाहिए उन्होंने कक्षा 10 एवं 12वीं के छात्र-छात्राओं को निकट समय में आने वाले वार्षिक परीक्षा दौरान परीक्षा हेतु कड़ी मेहनत कर सफलता प्राप्त करने की अपेक्षा की,कार्यक्रम दौरान अतिथियों एवं बच्चों द्वारा पौधारोपण किया एवं स्व,अमृता देवी बिश्नोई एवं हेमंत बहगुणा द्वारा वनों की कटाई के लिए पूर्व में चलाए गए चिपको आंदोलन की तरह छात्रों ने पेड़ों में लिपटकर पेड़ों से बात कर उनकी रक्षा करने की शपथ ली,बच्चों को विभिन्न तरह के जहरीले एवं जहरविहीन सांपों की पहचान एवं उनके बचाव व उपचार की पद्धति के संबंध में जिला मुख्यालय अनूपपुर के सर्पप्रहरी शशिधर अग्रवाल ने रोचक जानकारियां देते हुए कहा कि सर्प हमारे दुश्मन नहीं मित्र हैं जिन्हें प्रकृति की संरक्षण,संरचना हेतु बचाए रखना आवश्यक है।
इस दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी जैतहरी विवेक मिश्रा परि,सहा,आर,एस,शर्मा,आर,यस,सिकरवार,दिलीप कुमार ओगरे,देवेंद्र पांडेय प्रेरक दिनेश कुमार शुक्ला,संजय पयासी,शशिधर अग्रवाल,मनीष कुमार एवं शासकीय प्रेरक एवं वनरक्षक कुंदन शर्मा,नर्मदा पटेल ने बच्चों को विभिन्न तरह की जानकारियां देते हुए मैं भी बाघ थीम पर नारे लगवाते हुए गीत का गायन किया गया कार्यक्रम में पूरे दिन शास,उ,माध्यमिक विद्यालय बीड़ प्राचार्य गोविंद सिंह राठौर एवं विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका सम्मिलित रहे हैं, छात्र-छात्राओं ने पूरे दिन विभिन्न तरह के प्राप्त जानकारी पर मिले जानकारी एवं लाभ को मंच के समक्ष साझा करते हुए भविष्य में वन वन प्राणियों के साथ पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने हेतु प्रयास करने की बात कही।