हाथी ने मचाया उत्पात, घर से भाग पक्के मकान में बच्चों सहित गए ग्रामीण, हाथी के आतंक से दहशत
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के अनूपपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत औढेरा एवं किरर बीट के ग्राम केकरपानी, डालाडीह एवं अंकुआ गाव में विगत 16 दिसंबर से अनूपपुर जिले मैं निरंतर विचरण कर रहे दो दांत वाला एक नर हाथी उत्पात मचा रहा है, जो दिन में सुनसान जंगल में लेन्टना की झाड़ियां के बीच छिपकर आराम करने बाद रात होते ही खाने की तलाश में जंगल से लगे ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर अचानक घरों, झोपड़ी, खलिहानों में आक्रमण कर विभिन्न तरह के अनाजों को आहार बनाता है इस बीच देर रात डालाडीह एवं अंकुआ के ग्रामीण अचानक हाथी को आते देखकर बच्चों सहित दौड़कर,भाग कर अपनी जान बचाई इस दौरान केकरपानी निवासी नील कुमार यादव के डालाडीह जंगल में स्थित खेत में बने झोपड़ी को हाथी ने तहस-नहस कर झोपड़ी के अंदर रखे धान, चावल एवं अन्य खाने की सामग्री को उठाकर पटक कर खाकर, फैलाकर नष्ट किया तथा उपयोगी सामानों को तितर-वितर कर नष्ट कर दिया। सुबह किरर बीट के अंकुआ गांव में यादव मोहल्ला के निवासी संतोष यादव, जगदीश यादव, रामसेवक यादव, करवहां बैगा के यहां पहुंचकर घर, खलिहानों एवं बांड़ी में लगे गन्ना, केला, धान एवं अन्य चीजों को खाकर नुकसान पहुंचाने बाद जंगल की ओर जाकर दोपहर किरर एवं औढेरा बीट के जंगल पी एफ 364 एवं 365 के मध्य डालाडीह के जंगल में छिपकर विश्राम कर रहा है जो देर रात किस ओर अचानक पहुंचकर नुकसान करेगा यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा वही ग्राम गोबरी, गौरेला, पगना, बांका, केकरपानी आदि गांव में हाथी द्वारा किए गए नुकसान का संबंधित हल्के के पटवारी, वनरक्षकों द्वारा की टीम के साथ नुकसानी का सर्वेक्षण कार्य कर मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है इस बीच ग्रामीणों ने विगत माह जुलाई से सितंबर के मध्य हाथियों द्वारा किए गए अनूपपुर,जैतहरी तथा कोतमा तहसील के ग्रामीण अंचलों के ग्रामीणों के नुकसान का मुआवजा अब तक नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले के जिम्मेदार जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों से पूर्व में हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का शीघ्र मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।