समाचार
धान उपार्जन केंद्र में खाद्य व वेयर हाउस की टीम ने की जांच, सात हजार खाली बोरिया मिली गायब
*कलेक्टर के पास सौपा जाएगा प्रतिवेदन, समूह के ऊपर हो सकती है कार्यवाही*
अनूपपुर
धान उपार्जन केन्द्रो में समूहो द्वारा की जा रही मनमानी तथा उपार्जन नीति का खुला उल्लंघन के मामले लगातार सामने आ रहे है। जहां महिला स्व-सहायता समूह द्वारा अवैध लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से अपनी मनमानी करते हुए शासन के नियमों को दर किनार किया जा रहा है और व्यापारियों की धान को किसानों के पंजीयन में बेचने उन्हे शासकीय खाली बारदाना दिया जा रहा है, जिससे किसान शासकीय बोरियों में धान भरकर केन्द्र में लाया जा रहा है। ऐसे ही एक मामला सैंटिन विश्वकर्मा स्व-सहायता समूह छिल्पा एवं जय बजरंगबली स्व-सहायता समूह पयारी की शिकायत पर 26 दिसम्बर को खाद्य एवं वेयर हाउस की संयुक्त टीम जांच करने पहुंची, जांच के दौरान अव्यावस्थाओं के साथ ही उपार्जन नीति का उल्लंघन व समूह की मनमानी पाई गई। जिसके बाद टीम ने मौक पर पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन पेश किए जाने की बात कही गई।
*घर ले जा रहे है वारदाना*
सैटिंन विश्कर्मा स्व-सहायता समूह छिल्पा अध्यक्ष श्वेता साहू एवं सचिव पूजा साहू द्वारा मिली भगत कर नियम विरुद्ध तरीके से किसानो को घर ले जाने के लिए खाली बारदना दिए जाने की शिकायत पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सीमा सिन्हा, अभिषेक उपाध्याय एवं वेयर हाउस जिला प्रबंधक प्रीति शर्मा ने मौके पर पहुंच उपार्जन केन्द्र की जांच की गई। जहां केन्द्र में किसान द्वारा लाये गए ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 65 जेडए 6585, एमपी 65 जीए 1774 एवं एक पिकअप वाहन में जूट की बोरियों में भर कर लाया गया था। जिस पर टीम ने मौके पर ही किसानो के बयान लिए, जहां बयान में किसानो ने बोरियों को बाजार से खरीदना बताया। जिनका मौके पर ही पंचनामा तैयार किया गया।
*किसानों को बोरियां दिए जाने की हुई पुष्टि*
शिकायत की जांच के दौरान टीम ने उपार्जन केन्द्र छिल्पा द्वारा प्राप्त किए गए शासकीय बारदानों तथा भुगतान किए गए बारदानों का मौके पर ही मिलान किया गया। जांच में समूह में 7 हजार बोरियां कम पाई गई। जानकारी के अनुसार किसान द्वारा लाये गए जूट के बारदाने उपार्जन केन्द्र द्वारा दिए जाने की पुष्टि हुई। जिस पर समूह द्वारा उपार्जन केन्द्र छिल्पा में मिली कम बोरियों से संबंधित सही जवाब प्रस्तुत नही कर पाये। जिस पर टीम ने समूह के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु प्रतिवेदन तैयार किया, जिसे कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
*समूह को दी गई समझाइश*
जय बजरंग स्व-सहायता समूह पयारी द्वारा सर्वेयर द्वारा धान की गुणवत्ता की जांच किए बिना किसानो को बारदाना दिए जाने की शिकायत में खाद्य विभाग एवं वेयर हाउस की संयुक्त टीम ने समूह के अध्यक्ष व सचिव को बिना सर्वेयर द्वारा धान के मानक स्तर की जांच किए बिना बारदाने नही देने की समझाईश मौके पर दी गई। इतना ही नही सर्वेयर को भी मानक स्तक के धान की जांच निष्पक्ष तरीके से किए जाने तथा समूह को उपार्जन नीति का पालन कर किसानो को समर्थन मूल्य पर धान खरीद कर किसानो को लाभ दिए जाने की बात कही गई।
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर सीमा सिन्हा ने बताया कि सैंटिन विश्वकर्मा स्व सहायता समूह छिल्पा में समूह द्वारा किसानो को बारदाने घर ले जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस पर जांच के दौरान उपार्जन केन्द्र में दो ट्रैक्टरों व एक पिकअप वाहन में जूट की बोरियों में लोड़ धान पाया गया, तथा समूह को प्राप्त बारदाने वा भुगतान किए गए बारदानों का मिलान करने पर 7 हजार बोरियां कम पाए जाने पर कार्यवाही की गई, जिसका प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
धान उपार्जन केंद्र में खाद्य व वेयर हाउस की टीम ने की जांच, सात हजार खाली बोरिया मिली गायब
*कलेक्टर के पास सौपा जाएगा प्रतिवेदन, समूह के ऊपर हो सकती है कार्यवाही*
अनूपपुर
धान उपार्जन केन्द्रो में समूहो द्वारा की जा रही मनमानी तथा उपार्जन नीति का खुला उल्लंघन के मामले लगातार सामने आ रहे है। जहां महिला स्व-सहायता समूह द्वारा अवैध लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से अपनी मनमानी करते हुए शासन के नियमों को दर किनार किया जा रहा है और व्यापारियों की धान को किसानों के पंजीयन में बेचने उन्हे शासकीय खाली बारदाना दिया जा रहा है, जिससे किसान शासकीय बोरियों में धान भरकर केन्द्र में लाया जा रहा है। ऐसे ही एक मामला सैंटिन विश्वकर्मा स्व-सहायता समूह छिल्पा एवं जय बजरंगबली स्व-सहायता समूह पयारी की शिकायत पर 26 दिसम्बर को खाद्य एवं वेयर हाउस की संयुक्त टीम जांच करने पहुंची, जांच के दौरान अव्यावस्थाओं के साथ ही उपार्जन नीति का उल्लंघन व समूह की मनमानी पाई गई। जिसके बाद टीम ने मौक पर पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन पेश किए जाने की बात कही गई।
*घर ले जा रहे है वारदाना*
सैटिंन विश्कर्मा स्व-सहायता समूह छिल्पा अध्यक्ष श्वेता साहू एवं सचिव पूजा साहू द्वारा मिली भगत कर नियम विरुद्ध तरीके से किसानो को घर ले जाने के लिए खाली बारदना दिए जाने की शिकायत पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सीमा सिन्हा, अभिषेक उपाध्याय एवं वेयर हाउस जिला प्रबंधक प्रीति शर्मा ने मौके पर पहुंच उपार्जन केन्द्र की जांच की गई। जहां केन्द्र में किसान द्वारा लाये गए ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 65 जेडए 6585, एमपी 65 जीए 1774 एवं एक पिकअप वाहन में जूट की बोरियों में भर कर लाया गया था। जिस पर टीम ने मौके पर ही किसानो के बयान लिए, जहां बयान में किसानो ने बोरियों को बाजार से खरीदना बताया। जिनका मौके पर ही पंचनामा तैयार किया गया।
*किसानों को बोरियां दिए जाने की हुई पुष्टि*
शिकायत की जांच के दौरान टीम ने उपार्जन केन्द्र छिल्पा द्वारा प्राप्त किए गए शासकीय बारदानों तथा भुगतान किए गए बारदानों का मौके पर ही मिलान किया गया। जांच में समूह में 7 हजार बोरियां कम पाई गई। जानकारी के अनुसार किसान द्वारा लाये गए जूट के बारदाने उपार्जन केन्द्र द्वारा दिए जाने की पुष्टि हुई। जिस पर समूह द्वारा उपार्जन केन्द्र छिल्पा में मिली कम बोरियों से संबंधित सही जवाब प्रस्तुत नही कर पाये। जिस पर टीम ने समूह के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु प्रतिवेदन तैयार किया, जिसे कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
*समूह को दी गई समझाइश*
जय बजरंग स्व-सहायता समूह पयारी द्वारा सर्वेयर द्वारा धान की गुणवत्ता की जांच किए बिना किसानो को बारदाना दिए जाने की शिकायत में खाद्य विभाग एवं वेयर हाउस की संयुक्त टीम ने समूह के अध्यक्ष व सचिव को बिना सर्वेयर द्वारा धान के मानक स्तर की जांच किए बिना बारदाने नही देने की समझाईश मौके पर दी गई। इतना ही नही सर्वेयर को भी मानक स्तक के धान की जांच निष्पक्ष तरीके से किए जाने तथा समूह को उपार्जन नीति का पालन कर किसानो को समर्थन मूल्य पर धान खरीद कर किसानो को लाभ दिए जाने की बात कही गई।
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर सीमा सिन्हा ने बताया कि सैंटिन विश्वकर्मा स्व सहायता समूह छिल्पा में समूह द्वारा किसानो को बारदाने घर ले जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस पर जांच के दौरान उपार्जन केन्द्र में दो ट्रैक्टरों व एक पिकअप वाहन में जूट की बोरियों में लोड़ धान पाया गया, तथा समूह को प्राप्त बारदाने वा भुगतान किए गए बारदानों का मिलान करने पर 7 हजार बोरियां कम पाए जाने पर कार्यवाही की गई, जिसका प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।